Venus Jupiter conjunction: इस वक्त 27 अप्रैल से आकाश में बृहस्पति यानी गुरु ग्रह और शुक्र ग्रह के मिलन का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। हाल ही में पृथ्वी से शुक्र (Venus) और गुरु (Jupiter) पास-पास आते दिखाई दिए और फिर धीरे धीरे दूर होने लगे। ज्योतिष के अनुसार इस वक्त गुरु और शुक्र मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। ग्रहों के इस तरह के संयोजन को अंग्रेजी में प्लैनेटरी कंजंक्शन और ज्योतिष की भाषा में युति कहते हैं।
इस तरह हुआ संयोजन : खोलविद कह रहे हैं कि धरती से देखने पर शुक्र ग्रह गुरु के ठीक सामने आ गया था। यह सूर्य ग्रहण जैसा था जबकि सूर्य के ठीक सामने आकर चंद्रमा सूर्य को ढक लेता है। सौरमडंल में शुक्र जहां सूर्य की दूरी के लिहाज से दूसरा ग्रह है, तो वहीं गुरु पांचवां ग्रह है। पृथ्वी का स्थान तीसरा आता है। इस तरह का संयोजन अब करीब 17 साल बाद यानी 2039 में ही देखने को मिलेगा।
दोनों ग्रहों की दूरी : दोनों ग्रहों की कक्षाओं के बीच की दूरी करीब 43 करोड़ मील बताई जा रही है, परंतु सूर्य की परिक्रमा लगाते समय एक समय आता है जब ये दोनों पृथ्वी पर से एक ही दिशा में दिखाई देते हैं। यानी एक ही रेखा में होते हैं। पृथ्वी पर से देखने पर ऐसा लगता है की दोनों ग्रह मिल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शुक्र ग्रह का व्यास केवल 12 हजार किलोमीटर है, जबकि गुरु ग्रह का व्यास 143 हजार किलोमीटर है। शुक्र गुरु से ज्यादा चमकीला है।
गुरु शुक्र की युति (Brihaspati shukra yuti) : गुरु यानि बृहस्पति इस 12 अप्रैल 2022 से अपनी स्वराशि मीन में गोचर कर रहा है जबकि शुक्र कुंभ राशि से निकलकर मीन में 27 अप्रैल 2022 को प्रवेश कर गया था जहां शुक्र 23 मई, 2022 तक रहने के बाद मेष राशि में गोचर करेगा। इस वक्त मीन राशि में गुरु और शुक्र की युति बनी हुई है। इस वक्त शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के अपने घर में विद्यमान होने से शश राजयोग बन रहा है। इस का 5 राशियों पर होगा सकारात्मक असर
1. कर्क राशि (Cancer zodiac sign) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के नवम भाव में बनी है। आपको भाग्य का पूरा पूरा साथ मिलेगा। नौकरी में पदोन्नति और वेतनवृद्धि होगी। व्यापार में मुनाफा होगा। व्यापार में विस्तार की योजन सफल होगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
2. कन्या राशि (Virgo zodiac sign astrology) : शुक्र-गुरु की युति से आपके जीवन में सुख और समृद्धि के विस्तार के साथ ही दांपत्य जीवन में खुशहाली देखने को मिलेगी। रिलेशन में मजबूती आएगी। युति की सप्तम दृष्टि होने के कारण प्रेम में सफलता मिलेगी।
3. वृश्चिक राशि (Scorpio) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के पंचम भाव में बनी है। करियर या परीक्षा में सफलता मिलेगी। दांपत्य जीवन में सकारात्मक बदलावा होंगे। यात्रा का योग बनेगा। शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि होगी। गुरु की नवम दृष्टि होने से भाग्य का सहारा मिलेगा।
4. मकर राशि (Capricorn) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के द्वितीय भाव में बनी है। इससे आपकी आमदानी में बढ़ोतरी होगी। व्यापार में अच्छा मुनाफा देखने को मिलेगा। धन की बचत करने में सफल होंगे। पारिवारिक जीवन में सुख की प्राप्ति होगी और सभी की मनोकामना पूर्ण होगी।
5. मीन राशि (Pisces) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के प्रथम भाव में ही बनी है। जीवन में भाग्य की वृद्धि के साथ ही शुभ कार्य संपन्न होने के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आत्मविश्वास और साहस में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में तरक्की होगी। व्यापार में मुनाफा दोगुना होगा। करियर में सफलता मिलेगी। आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे।
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