Brihaspati grah ka vakri fal 2023: 12 वर्षों के बाद बृहस्पति ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। 4 सितंबर की शाम 4 बजकर 58 मिनट पर बृहस्पति यानी गुरु ग्रह मेष राशि में वक्री होंगे। इसके बाद 31 दिसंबर को पुन: मार्गी हो जाएंगे। इस ग्रह के वक्री होने से 5 राशियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इन राशियों को सावधान रहना चाहिए।
मेष राशि : आपकी राशि के नौवें और बाहरवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपकी कुंडली के पहले भाव में वक्री हो रहे हैं। पहले भाव से पांचवें, सातवें और नौवें भाव पर उनकी दृष्टि रहेगी। यह आपके स्वभाव में बदलाव और दिमाग में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है, जिसके चलते निर्णय लेने की क्षमता पर असर पड़ेगा। आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। पिता से अनबन हो सकती है। खर्चों में वृद्धि होगी। परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब रह सकती है।
वृषभ राशि : आपकी राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके बारहवें भाव में वक्री होंगे। यहां से वे छठे और आठवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। इस दौरान आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर महिलाओं के लिए सेहत संबंधी परेशानी खड़ी कर सकता है। खानपान पर ध्यान दें। सोच समझ कर निर्णय लें। पारिवारिक जीवन में भी ध्यान दें। हालांकि पेशेवर जीवन में हालात सामान्य रहेंगे।
कर्क राशि : आपकी राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके दसवें भाव में वक्री हो रहे हैं। बृहस्पति आपके दूसरे, चौथे और छठे भाव पर दृष्टि डालेंगे। इसका मतलब यह कि धन, सुख, शत्रु और सेहत पर इसका विपरीत असर होगा। हालांकि यदि आप नौकरी बदलने का विचार बना रहे हैं तो यह समय शुभ है। खुद की और परिवार की सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा।
सिंह राशि : आपकी राशि के पांचवें और आठवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके नौवें भाव में वक्री होंगे। यहां से वे आपके पहले, तीसरे और पांचवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। सेहत संबंधी समस्या से ग्रस्त रह सकते हैं। यात्रा में कई कठिनाइयां आ सकती है। रिश्ते को लेकर सतर्क रहें। शिक्षा और करियर में उतार चढ़ाव रहेगा।
धनु राशि : आपकी राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बृहस्पति आपके पांचवें भाव में वक्री हो रहे हैं। बृहस्पति आपके पहले, ग्यारहवें और नौवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। आपको आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। खर्चों में बढ़ोती हो जाएगी। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। सेहत में लापरवाही भारी पड़ सकती है। मां की सेहत का भी ध्यान रखना होगा। भाई बहनों से वाद विवाद से बचकर रहें।