किसी भी संकट से बचने और सुरक्षित रहने के लिए हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड, रामायण, रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करने के अलावा हनुमानजी का यह दिव्य मंत्र सही विधि से करने से अत्यंत लाभ होता है।
मंत्र करने की सही विधि : स्नान के बाद श्री हनुमान की पंचोपचार पूजा यानी सिन्दूर, गंध, अक्षत, फूल, नैवेद्य चढ़ाकर गुग्गल धूप व दीप जलाकर लाल आसन पर बैठ कर जीवन को सफल व पीड़ामुक्त बनाने की इच्छा से नीचे लिखे हनुमान मंत्र का जप करें व श्री हनुमानजी की आरती करें।
हनुमान मंत्र-
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय
प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।