- पं. रामप्रसाद मालवीय
लाल किताब की तरह की काली किताब में भी समस्याओं के समाधान के उपाय बताए गए हैं, लेकिन काली किताब में कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिन्हें अंधविश्वास या तंत्र की श्रेणी में रखा जाता है। पाठक अपने विवेक से काम लें। यहां जो लिखा गया है वह सिर्फ जानकारी हेतु है।
1. पीली सरसों, गुग्गल, लोबान और गोघृत इनको मिलाकर इनकी धूप बना लें और सूर्य अस्त होने के बाद और दिन अस्त के पहले उपला जलाकर उसमें डाल दें। 21 दिन तक लगातार ऐसा करने से सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां हट जाएगी।
2. गऊ, लोचन और तगर सभी थोड़ी–थोड़ी मात्रा में लेकर एक लाल कपड़ें में बांधकर पूजा स्थान पर रख दें। ऐसे करने से आ पर किसी भी प्रकार का किसी ने भी कोई जादू टोना किया होगा तो समाप्त हो जाएगा।
3. जावित्री, गायत्री और केसर को कूटकर गुग्गल के साथ मिलाकर धूप बना लें औा प्रतिदिन सुबह–शाम 21 दिन तक अपने घर में जलाएं। ऐसा करने से सभी तरह का तांत्रिक अभिकर्म या किया कराया समाप्त हो जाता है।
4. यदि आपको आशंका है कि किसी शत्रु ने आप पर कुछ कर रखा है तो एक नींबू को चार भागों में काटकर चैराहे पर खड़े होकर अपने इष्ट देव का स्मरण करते हुए चारों दिशाओं में एक–एक भाग फेंक दें। पीछे मुड़कर न देखें और घर आकर हाथ–पैर अच्छे से धो लें। किसी भी तांत्रिक अभिकर्म से मुक्ति मिलेगी।
5.यदि आपको लगता है कि किसी के किए कराए के कारण आपके व्यवसाय में रुकावट आ रही है और घर में गृहकलेश बढ़ गया है तो इससे बचने के लिए सवा किलो काले उड़द, सवा किलो कोयला को सवा मीटर काले कपड़े में बांधकर अपने ऊपर से 21 बार वारकर शनिवार के दिन बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें और मन में हनुमानजी का ध्यान करें। 7 शनिवार तक निरंतर यह उपाय करने से आपके ऊपर के सभी नकरात्मक प्रभाव समाप्त हो जाएंगे।
(इस लेख में व्यक्त विचार/विश्लेषण लेखक के निजी हैं। इसमें शामिल तथ्य तथा विचार/विश्लेषण 'वेबदुनिया' के नहीं हैं और 'वेबदुनिया' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।)