हिन्दू धर्म के अनुसार खरमास के दिनों में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर अपने नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाना चाहिए और दिनभर भगवान विष्णु के नाम का जाप करना चाहिए। इन दिनों के बीच कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।
इन दिनों इन मंत्रों का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए जानें मंत्र .-
1. भगवान विष्णु का स्मरण कर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' इस द्वादश मंत्र का जाप करें।
2. कौण्डिन्येन पुरा प्रोक्तमिमं मंत्र पुन: पुन:।
जपन्मासं नयेद् भक्त्या पुरुषोत्तममाप्नुयात्।।
ध्यायेन्नवघनश्यामं द्विभुजं मुरलीधरम्।
लसत्पीतपटं रम्यं सराधं पुरुषोत्तम्।।
इस मंत्र का मतलब है कि मंत्र जपते समय नवीन मेघश्याम दोभुजधारी बांसुरी बजाते हुए पीले वस्त्र पहने हुए श्रीराधिकाजी के सहित श्रीपुरुषोत्तम भगवान का ध्यान करना चाहिए।
3. गोवर्धनधरं वन्दे गोपालं गोपरूपिणम्।
गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्।।
4. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
5. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।