santan ganesh stotram: हर माह आने वाली चतुर्थी या चौथ तिथि पर महिलाएं श्री गणेश चतुर्थी का व्रत रखती है। धार्मिक मान्यतानुसार यह व्रत बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता हैं और इसी उद्देश्य से माताएं यह चतुर्थी व्रत करती हैं। हिन्दू धर्म में भगवान श्री गणेश की आराधना हमेशा फलदायी मानी गई है। इसीलिए प्रथम पूज्य देव श्री गणेश को प्रिय यह संतान गणपति स्तोत्र लक्ष्मी और संतान दोनों देता है। आइए पढ़ें श्री गणेश का चमत्कारी स्तोत्र...
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पवित्र संतान गणपति स्तोत्र
नमोऽस्तु गणनाथाय सिद्धी बुद्धि युताय च।
सर्वप्रदाय देवाय पुत्र वृद्धि प्रदाय च।।
गुरु दराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते।
गोप्याय गोपिताशेष भुवनाय चिदात्मने।।
विश्व मूलाय भव्याय विश्वसृष्टि करायते।
नमो नमस्ते सत्याय सत्य पूर्णाय शुण्डिने।।
एकदन्ताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नम:।
प्रपन्न जन पालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
शरणं भव देवेश सन्तति सुदृढ़ां कुरु।
भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गण नायक।।
ते सर्वे तव पूजार्थम विरता: स्यु:रवरो मत:।
पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्व सिद्धि प्रदायकम्।।
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