गणेश चतुर्थी पर 21 दूर्वा लेकर इन नाम मंत्र द्वारा गणेशजी को गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पण करके एक-एक नाम पर दो-दो दूर्वा चढ़ाना चाहिए। अंतिम दूर्वा अपने पास रख लें। चतुर्थी के बाद यह क्रम नियमित समय पर करने से जो आप चाहते हैं वह सब आपको मिलता है। बस दूर्वा चढ़ाते समय प्रार्थना गणेशजी से करते रहें, सारी कामनाएं शीघ्र पूर्ण हो जाती है। प्रयोग के अतिरिक्त विघ्ननायक पर श्रद्धा व विश्वास रखना चाहिए।
ॐ गणाधिपाय नमः
ॐ उमापुत्राय नमः
ॐ विघ्ननाशनाय नमः
ॐ विनायकाय नमः
ॐ ईशपुत्राय नमः
ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
ॐ एकदंताय नमः
ॐ इभवक्त्राय नमः
ॐ मूषकवाहनाय नमः
ॐ कुमारगुरवे नमः