भारत के ऑटो सेक्टर में इन दिनों मंदी का दौर चल रहा है, जिसकी बदौलत सभी सेगमेंट की कारों की बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिली है। कुछ ऐसा ही हाल कॉम्पैक्ट हैचबैक सेगमेंट का भी है। इस सेगमेंट में मारुति स्विफ्ट, टाटा टियागो, हुंडई सैंट्रो और डैटसन गो जैसी कारें मौजूद हैं। कॉम्पैक्ट हैचबैक सेगमेंट की मासिक ग्रोथ 23.93 प्रतिशत तक कम हुई है। हालांकि मंदी के इस दौर में भी मारुति वैगन-आर को बीते महीने 10 हजार से ज्यादा बिक्री के आंकड़े प्राप्त हुए हैं। सेगमेंट की किस कार को कितने बिक्री के आंकड़े मिले, ये जानेंगे यहां :
मारुति वैगन-आर : वैगन-आर की मासिक ग्रोथ 24 प्रतिशत कम हुई है। अगस्त 2019 में इसे 11402 यूनिट बिक्री के आंकड़े प्राप्त हुए, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा 15,000 के पार था।
मारुति सेलेरियो : वैगन-आर के बाद सेगमेंट में मारुति सेलेरियो को सबसे ज्यादा बिक्री के आंकड़े प्राप्त हुए। जुलाई 2019 में सेलेरियो की 4805 यूनिट बिकी थी जो अगस्त में घटकर 4765 यूनिट हो गई। सेलेरियो की मासिक ग्रोथ 0.83 प्रतिशत कम हुई है।
हुंडई सैंट्रो : हुंडई सैंट्रो की मांग में भारी गिरावट दर्ज हुई है। जुलाई 2019 में इसकी 5309 यूनिट बिकी थी जो अगस्त में घटकर 3288 यूनिट पर पहुंच गई। इसकी मासिक ग्रोथ में 38.06 प्रतिशत की गिरावट आई है।
टाटा टियागो : सैंट्रो के बाद टियागो की बिक्री में ज्यादा गिरावट आई है। इसकी मासिक ग्रोथ 35% से ज्यादा तक कम हुई है। अगस्त में टियागो की 3037 यूनिट बिकी जबकि जुलाई 2019 में यह आंकड़ा 4500 के पार था।
मारुति इग्निस : इग्निस की मासिक ग्रोथ में 15 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है। वर्तमान में सेगमेंट में इसकी हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत है।
डैटसन गो : सेगमेंट में यह इकलौती कार है जिसकी डिमांड बढ़ी है। इसकी मासिक ग्रोथ में 37.58 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इसकी बिक्री का आंकड़ा 200 यूनिट के पास है।