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राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर PM नरेन्द्र मोदी पर क्या बोले आडवाणी?

कहा- मैं तो सिर्फ सारथी था, असली संदेशवाहक तो रथ था

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 12 जनवरी 2024 (20:41 IST)
  • प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे आडवाणी
  • राम मंदिर आंदोलन में आडवाणी की बड़ी भूमिका
  • 25 सितंबर, 1990 को शुरू हुई थी आडवाणी की यात्रा
LK Advani on Ram Mandir: भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का राम मंदिर को लेकर आखिर बयान आ ही गया। उन्होंने कहा कि नियति ने तय कर लिया था कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर जरूर बनेगा। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में जो राम मंदिर बनने जा रहा है उसमें आडवाणी की बहुत बड़ी भूमिका रही है। 
 
आडवाणी ने 'राष्ट्रधर्म' पत्रिका में कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्‍ठा करेंगे तब वे देश के प्रत्‍येक नागरिक का प्रतिनिधित्‍व करेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान से मेरी प्रार्थना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को श्रीराम के गुणों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
 
पूर्व डिप्टी पीएम आडवाणी रथयात्रा के पलों को याद करते हुए कहा कि 25 सितंबर, 1990 की सुबह यात्रा शुरू करते समय हमें यह पता नहीं था कि आस्था से प्रेरित यह यात्रा आंदोलन का रूप ले लेगी। उस समय वर्तमान पीएम नरेन्द्र मोदी उनके सहायक की भूमिका में थे। हालांकि वे उस समय ज्यादा चर्चित नहीं थे। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा में अयोध्‍या आंदोलन सबसे निर्णायक और परिवर्तनकारी घटना थी।
 
हालांकि उन्होंने कहा कि रथयात्रा के कुछ दिन बाद ही मुझे अहसास हो गया था कि मैं तो मात्र एक सारथी था। रथयात्रा का प्रमुख संदेशवाहक तो स्‍वयं रथ ही था। चूंकि वह राम मंदिर निर्माण के उद्देश्य की पूर्ति के लिए अयोध्या जा रहा था, इसलिए वह पूजा के योग्य था। आडवाणी की इस यात्रा को बिहार में रोक लिया गया था, तब राज्य के मुख्‍यमंत्री लालू यादव थे। 
 
कार्यक्रम में शामिल होंगे आडवाणी : इस बीच, खबर है कि 22 जनवर को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह और लालकृष्ण आडवाणी शामिल होंगे। इससे पहले उन्हें कार्यक्रम को न्योता तो भेजा गया था, लेकिन यह भी कहा गया था कि उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए वे कार्यक्रम में नहीं आए। पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी को भी इसी तरह न्योता भेजा गया था। 


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