भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है तुलसी का पत्ता। भगवान को जब भोग लगाते हैं या उन्हें जल अर्पित करते हैं तो उसमें तुलसी का एक पत्ता रखना जरूरी होता है। तुलसी मुख्यता तीन प्रकार की होती हैं- कृष्ण तुलसी, सफेद तुलसी तथा राम तुलसी जिसमें से कृष्ण तुलसी सर्वप्रिय मानी जाती है। कोरोना काल में आओ जानते हैं तुलसी के 10 औषधीय फायदे।
1. कैंसर : तुलसी से प्राथमिक स्तर का सामान्य कैंसे ठीक होने का दावा किया जाता है। यदि तुलसी के 4 पत्ते रोज खाते रहो तो कभी कैंसर नहीं होता है।
2. बुखार : सर्दी व फिर हल्का बुखार में मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से सर्दी व हल्के बुखार में फायदा होता है।
3. सर्दी जुकाम : तुलसी का गरम पानी पीने से सर्दी, कफ, खांसी और जुकाम जैसी तकलीफ से राहत मिलती है।
4. अस्थमा : इसका रस पीने से अस्थमा और जकड़न में भी लाभ मिलता है। नियमित रूप से तुलसी का पानी पीने पर शरीर में शुगर का स्तर चमत्कारी रूप से कम हो जाता है। यह भी कहा जाता है कि तुलसी के समीप आसन लगाकर यदि कुछ समय प्रतिदिन बैठा जाए तो श्वास व अस्थमा जैसे रोग आदि से छुटकारा मिल जाता है।
5. लू : तुलसी के 8-10 पत्तों को पीसकर चीनी में मिलाकर पीने से लू नहीं लगती है। अगर लू लग गई है तो आराम मिल जाता है।
6. प्रतिरोधक क्षमता : तुलसी के 4-5 पत्ते प्रतिदिन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है। तांबा और तुलसी दोनों ही पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं। इसका जल पीने से भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
7. दांतों के रोग : तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिस कारण ये दांतों व मुंह के कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करती हैं। साथ ही सांस की बदबू को दूर करने में भी सहायक होती है।
8. आर्थराइटिस : कहते हैं कि तुलसी का गरम रस पीने से आर्थराइटिस के मरीजों को लाभ मिलता हैं क्योंकि इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण जोड़ों के लिए एक दर्द निवारक का काम करता है।
9. तनाव : तुलसी की चाय शरीर में स्ट्रेस हार्मोन यानी कि कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर नियंत्रित करने में मदद करती है। इसलिए यह चिड़चिड़ापन, तनाव और डिप्रेशन को दूर करने में सहायक होती है।
तुलसी की माला धारण करने से मन में शांति रहती है, आत्मविश्वास में वृद्धि तथा सात्विक भावनाएं जागृत होती हैं। तुलसी की माला में विद्युत शक्ति होती है।
10. अन्य लाभ : प्रतिदिन 4 पत्तियां तुलसी की सुबह खाली पेट ग्रहण करने से मधुमेह, रक्त विकार, वात, पित्त, कैंसर आदि दोष दूर होने लगते हैं। तुलसी की माला पहनने से बुखार, जुकाम, सिरदर्द, चमड़ी के रोगों में भी लाभ मिलता है। तुलसी माला पहनने से व्यक्ति की पाचन शक्ति, दिमाग की बीमारियों एवं वायु संबंधित अनेक रोगों में लाभ मिलता है।