- दिनेश उप्रेती
इंग्लैंड में खेला जा रहा वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट अपने शबाब पर है। कुछ मुक़ाबले दिल की धड़कनें बेहद तेज़ कर देने वाले रहे हैं और चौंकाने वाले भी। एक पखवाड़े पहले दक्षिण अफ्रीका सरीखी टीमों को खिताब का दावेदार बताया जा रहा था, लेकिन बड़े टूर्नामेंट में एक बार फिर इस टीम ने अपने खेल से निराश किया और सात मैचों में सिर्फ़ एक मुक़ाबला जीत कर नॉकआउट हो चुकी है।
टूर्नामेंट में अब तक कम से कम चार मैच तो ऐसे रहे, जिन्होंने साबित किया कि मैच से पहले भले ही किसी टीम को फ़ेवरेट माना जाए, लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर उतरते हैं असल इम्तहान तभी होता है।
एक बानगी देखिए
-लीड्स में श्रीलंका ने मेज़बान इंग्लैंड को हराया
-ट्रेंट ब्रिज में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को छकाया
-ओवल में बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका को पीटा
-टॉन्टन में बांग्लादेश ने वेस्ट इंडीज़ को शिकस्त दी
जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है अंकों के जोड़-तोड़ का खेल भी तेज़ हो गया है। श्रीलंका की इंग्लैंड पर जीत और फिर पाकिस्तान के दक्षिण अफ्रीका हराने के बाद सेमीफ़ाइनल मुक़ाबलों की जंग भी दिलचस्प होती दिख रही है। राउंड रॉबिन लीग मुकाबले में पाकिस्तान को शिकस्त देने के बाद क्रिकेट प्रशंसक ये जानने के लिए बेताब हैं कि क्या भारत अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी से एक बार फिर टकरा सकता है।
अभी अंक तालिका में टॉप चार टीमें न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत और मेज़बान इंग्लैंड हैं। भारत से हारने के बाद अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए टूर्नामेंट के दरवाज़े बंद हो गए हैं। अभी छह मैचों में पाँच अंक लेकर पाकिस्तान सातवें नंबर पर है। तो अब पाकिस्तान कैसे अंतिम चार में पहुँच सकती है।
सेमीफ़ाइनल की रेस
पहले नज़र सेमीफ़ाइनल की दौड़ में काफी आगे चल रही चार टीमों पर-
न्यूज़ीलैंड- छह मैचों में पाँच जीत के साथ 11 अंक लेकर टॉप पर है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच बाकी। बस एक और जीत से कीवियों की सेमीफ़ाइनल में जगह पक्की हो जाएगी।
(लेकिन तब क्या अगर न्यूज़ीलैंड तीन में से एक भी मुक़ाबला नहीं जीत सकी। तो उसके 11 अंक ही रहेंगे, लेकिन इस स्थिति में श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान के लिए बचे तीन-तीन मुक़ाबलों में से कम से कम एक में हार ज़रूरी है, ताकि तीनों 10 अंकों तक न पहुँच सकें।)
छह मैचों में 5 जीत के साथ 10 अंक लेकर दूसरे नंबर पर है कंगारू टीम। ऑस्ट्रेलिया अभी तक सिर्फ़ अपना मुक़ाबला भारत से हारा है। एरोन फ़िंच की टीम के इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ मैच बाकी हैं। एक और जीत देगी सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की गारंटी।
(लेकिन अगर वो बचे तीनों मुक़ाबलों में से एक भी नहीं जीत सकी तो...ऑस्ट्रेलिया के 10 अंक ही रह जाएंगे। ऐसे में कंगारुओं को उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका कम से कम दो मैचों में परास्त हो और बांग्लादेश और पाकिस्तान भी कम से कम एक-एक मुक़ाबला गंवा दें। इस तरह श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान तीनों 11 अंक हासिल नहीं कर पाएंगे।)
भारत
अभी तक टूर्नामेंट में अपराजेय रही है विराट कोहली की टीम। पाँच मैचों में चार जीत के साथ 9 अंक लेकर तीसरे नंबर पर है। टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान को शिकस्त दे चुकी है और बारिश से बाधित मैच में न्यूज़ीलैंड से अंक बांटा है।
वेस्ट इंडीज़, इंग्लैंड, बांग्लादेश और श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैच बाकी। दो मैचों में जीत से तय हो जाएगी सेमीफ़ाइनल में जगह पक्की।
(लेकिन अगर टीम इंडिया बाकी बचे चार मैचों में से एक भी नहीं जीत पाई तो...भारत के नौ ही अंक रह जाएंगे। ऐसे में टीम इंडिया ये उम्मीद करेगी कि श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश बाकी बचे एक से अधिक मैच न जीत पाएं। साथ ही वेस्टइंडीज़ भी कम से कम एक मैच हार जाए।)
इंग्लैंड
आईसीसी की वनडे रैंकिंग में नंबर एक मेज़बान टीम इंग्लैंड छह मैचों में 4 जीत के साथ आठ अंक लेकर चौथे नंबर पर है। अभी ऑस्ट्रेलिया, भारत और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैच खेलने बाकी। सेमीफ़ाइनल में पहुँचने के लिए दो मैच जीतने ही होंगे।
(लेकिन अगर अंग्रेज़ टीम बाकी तीनों में से एक भी मैच नहीं जीत पाई तो...इंग्लैंड के आठ ही अंक रह जाएंगे और वो टूर्नामेंट से बाहर होने के कगार पर होगी। लेकिन कुछ अगर-मगर उसे सेमीफ़ाइनल में पहुँचा सकते हैं।
-श्रीलंका अपने बचे हुए सभी मैच हार जाए
-पाकिस्तान और बांग्लादेश बाकी बचे कम से कम दो मैच हार जाएं
-वेस्ट इंडीज़ एक मैच हार जाए
पाकिस्तान
और अब बात पाकिस्तान की। 1992 में स्लो स्टार्टर रहने के बाद चैंपियन बनने वाली पाकिस्तान टीम अब भी चैंपियन बनने का ख्वाब देख सकती है। पाकिस्तान छह मैचों में दो जीत के साथ पाँच अंक लेकर सातवें नंबर पर है। दक्षिण अफ्रीका को 49 रन से हराकर टीम ने टूर्नामेंट में वापसी की संकेत दिए हैं।
न्यूज़ीलैंड, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मैच बाकी। सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के लिए पाकिस्तान को तीनों मैच जीतने होंगे। इससे पाकिस्तान के 11 अंक हो जाएंगे, लेकिन इसके बाद भी कुछ अगर-मगर बने रहेंगे। सरफ़राज़ एंड कंपनी को अंतिम चार में जगह पक्की करने के लिए उम्मीद करनी होगी कि इंग्लैंड एक से अधिक मैच न जीते। इसके अलावा श्रीलंका और बांग्लादेश कम से कम एक-एक मुक़ाबला हार जाएं।
तो अगर भारत और पाकिस्तान सेमीफ़ाइनल में पहुँचे तो 9 जुलाई को मैनचेस्टर में होने वाले पहले सेमीफ़ाइनल में या 11 जुलाई को बर्मिंघम में होने वाले दूसरे सेमीफ़ाइनल में टकरा सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी अभी काफी अगर-मगर बाकी हैं।
फ़ाइनल मुक़ाबला लंदन में 14 जुलाई को खेला जाएगा।