नई दिल्ली। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के 7वीं बार शपथ ग्रहण करने के बाद उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें भाजपा ने इस पद पर मनोनीत किया है और राज्य को कुछ और सालों तक एक थके हुए और राजनीतिक रूप से महत्वहीन हो गए नेता के प्रभावहीन शासन के लिए तैयार रहना चाहिए।
कभी नीतीश के करीबी सहयोगी रहे किशोर को जदयू उपाध्यक्ष बनाया गया था लेकिन उनके स्वतंत्र और अक्सर विरोधाभासी विचारों की वजह से दोनों के रिश्तों में खटास आ गयी और उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।
किशोर ने ट्वीट किया, भाजपा मनोनीत मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के लिए नीतीश कुमार को बधाई। मुख्यमंत्री के रूप में एक थके और राजनीतिक रूप से महत्वहीन हुए नेता के साथ बिहार को कुछ और सालों के लिए प्रभावहीन शासन के लिए तैयार रहना चाहिए। ट्विटर पर बहुत सक्रिय रहने वाले किशोर ने पिछले करीब 4 महीने में यह पहला ट्वीट किया है।