पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नीत महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी प्रसाद यादव ने पिछले दिनों मुंगेर में पुलिस की बर्बर कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताते हुए वहां के जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को तत्काल हटाने के साथ मामले की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की है।
राजद नेता यादव ने महागठबंधन के घटक कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और वामपंथी दलों के नेताओं की मौजूदगी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यहां कहा कि मुंगेर में जिस तरह की घटना हुई है, वह साधारण नहीं है। इस मामले में मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाया जाना चाहिए। प्रतिपक्ष के नेता ने पूरे मामले की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की।
उन्होंने किसी अधिकारी का नाम लिए बिना कहा कि मुंगेर में एक अधिकारी को 'जनरल डायर' (जालियावाला बाग में देश के लोगों पर फायरिंग की अनुमति देने वाला अंग्रेज अधिकारी) होने की अनुमति किसने दी। वहां की पुलिस अधीक्षक सत्तारूढ़ दल के बड़े नेता की पुत्री हैं। यादव ने कहा कि पुलिस अधीक्षक को तत्काल मुंगेर से हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस मामले में सिर्फ ट्वीट करने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू के नेता विधि-व्यवस्था को लेकर लंबी बातें करते रहते हैं तो उन्हें इस मामले पर सफाई तो देनी चाहिए।
विपक्ष के नेता ने कहा कि मुंगेर की घटना को लेकर भाजपा और जद (यू) पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। प्रदेश की जनता सब देख रही है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री मोदी का कुछ नहीं बोलना, कुछ न कुछ इशारा तो करता है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बिहार में निर्दयी कुमार (नीतीश कुमार) और निर्मम मोदी (सुशील मोदी) की सरकार है। दुर्गा मां के प्रतिमा विसर्जन के दौरान जिस तरह से लोगों पर लाठियां बरसाई गईं उससे यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में कैसी निर्दयी और निर्मम सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पटना आ रहे हैं और बेहतर होगा कि वह प्रदेश की सरकार को बर्खास्त करके जाएं। (वार्ता)