पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का आरंभ 25 फरवरी से हो रहा है। राज्यपाल के संबोधन के बाद इसी दिन वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा सदन में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की जाएगी। इस सर्वेक्षण के जरिए सरकार बताएगी कि राज्य की बेहतरी के लिए जिन योजनाओं की सालभर पहले शुरुआत हुई थी, वह जमीन पर कहां उतरी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय-2 से जुड़ी योजनाओं की उपलब्धियों की खास चर्चा भी आर्थिक सर्वेक्षण में होगी।
खबरों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। बिहार विधानमंडल का सत्र 25 फरवरी, 2022 से शुरू होगा, जो 31 मार्च, 2022 तक चलेगा। पिछले साल 22 फरवरी को चालू वित्त वर्ष का बजट पेश किया था।
बजट पेश करने के दौरान सकल राज्य घरेलू (जीएसडीपी) में 4.7 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान किया गया था। अगर ऐसा होता है तो यह बड़ी उपलब्धि होगी। असल में आर्थिक सर्वेक्षण के ज्यादा आंकड़े सितंबर तक की गतिविधियों पर आश्रित होते हैं। इसलिए पूरे साल की वास्तविक उपलब्धि वित्तीय वर्ष के समाप्त होने के बाद ही सामने आती है।
राज्य सरकार आंतरिक संसाधन (कर और गैर कर राजस्व) से 40 हजार करोड़ रुपए से कुछ ज्यादा जुटाना चाहती थी। इन दोनों मद में सरकार करीब 35 हजार करोड़ रुपए जुटा चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय-2 से जुड़ी योजनाओं की उपलब्धियों की खास चर्चा भी आर्थिक सर्वेक्षण में होगी।
आर्थिक सर्वेक्षण में उन क्षेत्रों की उपलब्धियों पर सबकी नजर रहेगी, जिन पर अधिक खर्च किया गया। शिक्षा, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पुलिस, आवास, बिजली, सड़क एवं पुल के अलावा कृषि एवं उससे संबंधित गतिविधियों को प्राथमिकता सूची में रखा गया है।