Fighter hit or flop: फाइटर के बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने के 5 कारण, रितिक-दीपिका का क्यों नहीं चला जादू
बड़े स्टार, बड़ा बजट, हिट पर हिट देने वाला डायरेक्टर भी फाइटर को हिट नहीं करवा पाए
- 250 करोड़ की फिल्म भारत का कलेक्शन बेहद कम रहा और फिल्म फ्लॉप हो गई
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पैसा तो खूब खर्च किया, लेकिन स्टोरी में दिमाग नहीं खर्च किया
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रितिक रोशन की एक्टिंग औसत रही। वे सिर्फ मॉडल की तरह नजर आए
Fighter hit or flop: बॉलीवुड ने 2023 में धमाकेदार सफलताएं हासिल की थी, लेकिन 2024 की पहली बड़े बजट की फिल्म 'फाइटर' बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। करोड़ों के बजट में तैयार की गई इस मूवी में रितिक रोशन, दीपिका पादुकोण और अनिल कपूर जैसे बड़े स्टार थे, सिद्धार्थ आनंद जैसे निर्देशक ने यह मूवी बनाई है जिन्होंने बैंग-बैंग, पठान, वॉर जैसी हिट फिल्में दी हैं, लेकिन ये फिल्म को डूबने से नहीं बचा पाए। पांचवें दिन ही हालत इतनी बुरी हो गई कि शो रद्द करने की खबरें आने लगी। 250 करोड़ की फिल्म भारत का कलेक्शन बेहद कम रहा और फिल्म फ्लॉप हो गई। आखिर क्या है इसकी वजह, समझते हैं इन 5 कारणों से:
1) स्टोरी में नई बात नहीं
'फाइटर' में पैसा तो खूब खर्च किया, लेकिन स्टोरी में ज्यादा दिमाग नहीं खर्च किया। कहानी कमजोर तो है ही, इस तरह की कहानी पर बनी कई फिल्में पिछले दिनों आई है। लिहाजा कुछ नया देखने की उम्मीद में टिकट खरीदने गए दर्शकों ने सिनेमाहॉल छोड़ा तो लगा कि ठगा गए। लोकेशन, मेकिंग से लेकर बिकिनी में दीपिका, ऐसा लग रहा था कि सब कुछ देखा-देखा सा है।
2) हीरो उदास और हीरोइन के साथ केमिस्ट्री नहीं
'फाइटर' फिल्म ऐसे दर्शक वर्ग के लिए है जो सिनेमा में खालिस मनोरंजन देखने के लिए आता है। फिल्म में हीरो उदास है। उदासी भी इतनी लंबी कि पूरी फिल्म पर छाई रहती है। रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की गुड लुकिंग पेयर में से एक है। दर्शक दोनों को रोमांस करते देखना पसंद करते हैं। लेकिन यहां पर हीरोइन और हीरो दूर-दूर रहते हैं। उनकी केमिस्ट्री नजर नहीं आती। एक गाना जिसने रिलीज के पहले धूम मचाई थी उसे भी निर्देशक ने अंत में क्रेडिट टाइटल्स के साथ डालकर सत्यानाश कर दिया। कमर्शियल फिल्म के लिए ये बातें ठीक नहीं हैं।
3) सिर्फ एरियल एक्शन पर जोर
फिल्म का एकमात्र यूएसपी एरियल एक्शन है। नि:संदेह भारतीय स्क्रीन पर अब तक ऐसा एक्शन आया नहीं है। लेकिन सिर्फ इसके बल पर मनोरंजन नहीं हो जाता या इसके बल पर ही फिल्म नहीं चलती।
4) रितिक की कमजोर एक्टिंग
रितिक रोशन की एक्टिंग औसत रही। वे सिर्फ मॉडल की तरह नजर आए। अपनी तरफ से फिल्म को कुछ नहीं दे पाए। अक्सर देखने में आता है कि एक बढि़या कलाकार भी कमजोर कहानी में अपनी एक्टिंग और स्टारडम से जान फूंक देता है, लेकिन रितिक ऐसा नहीं कर पाए। वे सपाट और ठंडे रहे।
5) सिद्धार्थ का कमजोर डायरेक्शन
सिद्धार्थ ने हिट फिल्में जरूर बनाई हैं, लेकिन वे टाइप्ड हो गए हैं। एक जैसी फिल्में बना रहे हैं। कुछ नया नहीं दे पा रहे हैं। 'फाइटर' को वे दिलचस्प नहीं बना पाए। स्क्रिप्ट की कमजोरियों को कवर नहीं कर पाए। बतौर डायरेक्टर उनका ध्यान कंटेंट के बजाय फिल्म को स्टाइलिश बनाने में रहा।