सलमान खान और शाहरुख खान साल में एक फिल्म करना पसंद करते हैं। आमिर खान दो से तीन साल में एक मूवी करते हैं। रितिक रोशन मूडी हैं और इस समय बेहद कम फिल्में कर रहे हैं। दूसरी ओर अक्षय कुमार दनादन फिल्में करते हैं। उनकी कोशिश साल में ज्यादा से ज्यादा फिल्म करने की होती है।
अक्षय कोशिश करते हैं कि उन फिल्म निर्माता-निर्देशकों के साथ काम करें जब तेजी से काम करते हैं और कम समय में फिल्म बनाकर रिलीज कर देते हैं। यही वजह है कि संजय भंसाली के निर्देशन में अक्षय को काम करना पसंद नहीं क्योंकि भंसाली एक फिल्म को पूरा करने में लगभग साल भर लेते हैं।
अक्षय कुमार औसतन साल में चार फिल्में करते हैं। उनकी हर फिल्म का औसत व्यवसाय सौ करोड़ रुपये माना जाए तो साल में वे चार सौ करोड़ का व्यवसाय बॉलीवुड को देते हैं।
अक्षय कुमार ने फैसला लिया है कि अब से वे पांच फिल्म प्रति वर्ष करेंगे। वे हर निर्देशक को 35 दिन का समय देंगे। इसमें उसे अपनी फिल्म पूरा करनी होगी। यदि निर्देशक अतिरिक्त समय मांगेगा तो वे कुछ अतिरिक्त और दे देंगे।
ऐसा नहीं है कि अक्षय साल भर काम करते रहते हैं। वे कहते हैं कि शूटिंग और प्रमोशन सहित एक फिल्म पर 50 दिन खर्च होते हैं। यदि साल में वे चार फिल्म करते हैं तो मात्र 200 दिन ही काम करते हैं और 165 दिन छुट्टियां मनाते हैं।
अक्षय जानते हैं कि अब उनके आगे ढलान है। उनका करियर कुछ ही वर्ष बचा है, लिहाजा ज्यादा से ज्यादा फिल्म करने में क्या बुराई है। इसलिए अक्षय ने अपने काम की स्पीड अब बढ़ा दी है।