बॉलीवुड में कई महिला फिल्मकार सक्रिय हैं, लेकिन मसाला फिल्म बनाने की श्रेणी में फराह खान का नाम ही सामने आता है। क्या मनोरंजक फिल्में बनाना महिला पसंद नहीं करती हैं? फराह खान कोरियोग्राफर हैं और इस दौरान उनकी शाहरुख खान से अच्छी दोस्ती हो गई।
शाहरुख ने उन्हें 'मैं हूं ना' (2004) के जरिये निर्देशन का अवसर दिया जो कि सफल रही। इसके बाद 'ओम शांति ओम' (2007) और 'हैप्पी न्यू ईयर' (2014) भी फराह ने शाहरुख के साथ बनाई जो कि हिट रहीं। अक्षय कुमार के साथ बनाई 'तीस मार खान' के लिए उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा।
पिछले चार वर्षों से फराह ने कोई फिल्म नहीं बनाई है। शाहरुख के साथ उनके पहले जैसे संबंध नहीं रहे हैं और फराह उनके पति शिरीष कुंदर और भाई साजिद खान ने जिस तरह की पिछली फिल्में बनाई हैं उसके लिए उन्हें काफी बुरा सुनना पड़ा। उनकी फिल्मों का सोशल मीडिया पर जम कर मजाक उड़ाया गया।
अब फराह पर रोहित शेट्टी दांव लगा रहे हैं जो खुद शाहरुख को लेकर फिल्में बना चुके हैं। निर्देशक के रूप में रोहित शेट्टी सफल पारी खेल रहे हैं। वे पुरानी फिल्मों को जोड़-तोड़ कर नए दर्शकों की पसंद के अनुरूप का सिनेमा रचते हैं और अपनी सीमाओं से अच्छी तरह परिचित हैं। वे महान फिल्म बनाने का दावा नहीं करते हैं, लेकिन सफल फिल्में लगातार जरूर बना रहे हैं।
रोहित अब निर्माता के रूप में अपनी पारी शुरू कर चुके हैं। उनका सपना है कि आगामी दस वर्षों में उनका अपना स्टूडियो हो। वे अपने बैनर तले कुछ फिल्में शुरू कर रहे हैं जिसमें से एक का निर्देशन फराह खान करेंगी। रोहित का मानना है कि जिस तरह का मनोरंजक सिनेमा वे बनाते हैं उसी तरह का सिनेमा फराह भी बनाती हैं।
फराह को रोहित ने 1982 में रिलीज हुई हिंदी फिल्म 'सत्ते पे सत्ता' का रीमेक बनाने की जवाबदारी सौंपी है जिसमें अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी ने लीड रोल निभाए थे। सत्ते पे सत्ता अमेरिकन म्युजिकल फिल्म सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स की रीमेक थी। अब रीमेक का रीमेक बनने जा रहा है। यह ऐसे सात भाइयों की कहानी है जो अव्यवस्थित तरीके से रहते हैं। बड़े भाई रवि को इंदू नामक महिला से प्यार हो जाता है और रवि के घर आकर इंदू सभी भाइयों को जीने का सलीका सिखाती है और सभी भाई किसी न किसी को दिल दे बैठते हैं।
राज एन. सिप्पी द्वारा निर्देशित यह फिल्म वैसी सफलता नहीं हासिल कर पाई थी जैसी कि उन दिनों अमिताभ बच्चन की फिल्मों को मिला करती थी। बाद में टेलीविजन पर यह फिल्म काफी पसंद की गई और राहुल देव बर्मन के संगीतबद्ध किए गाने भी काफी लोकप्रिय रहे।
इस फिल्म में मनोरंजन की बहुत गुंजाइश है और इसीलिए रोहित-फराह ने इसे चुना है। अमिताभ-हेमा की जगह लेने वाले कलाकारों का चयन और आरडी बर्मन जैसा माधुर्य रचना आसान बात नहीं है।
खबर है कि अक्षय कुमार को यह फिल्म ऑफर की गई है और अक्षय इस फिल्म में अमिताभ वाले किरदार में दिखाई दे सकते हैं। अक्षय इस समय रोहित के साथ 'सूर्यवंशी' कर रहे हैं और फराह के साथ 'तीस मार खां' कर चुके हैं। संभवत: वे यह ऑफर स्वीकार कर लेंगे।
हेमा मालिनी वाले रोल में दीपिका पादुकोण के नाम पर विचार किया जा रहा है। दीपिका को उनकी पहली फिल्म 'ओम शांति ओम' में फराह ने हेमा मालिनी वाले अंदाज में ही पेश किया था। फिल्म में अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी भी विशेष भूमिका में नजर आ सकते हैं जिससे 1982 में रिलीज हुई फिल्म का फील आ जाए।