मुंबई सागा के निर्देशक हैं संजय गुप्ता, जिन्होंने शूट आउट एट लोखंडवाला और शूट आउट एट वडाला बनाई थी। एक बार फिर वे गैंगस्टर ड्रामा लेकर आए हैं जिसमें गैंगस्टर बनाम पुलिस का खेल है। देखने वाले इस तरह के ड्रामे से अब ऊब गए हैं, लेकिन संजय नहीं थके हैं। उन्हें अभी भी लगता है कि इस तरह की फिल्में बनाई जा सकती हैं और दर्शक पसंद करेंगे।
ट्रेलर के शुरुआत में दिखाया गया है कि सभी काल्पनिक है, वहीं दूसरी ओर 'बेस्ड ऑन ट्रू इवेंट्स' की लाइन भी नजर आती है। यानी खुद की बात खुद ही काट रहे हैं।
जॉन अब्राहम शूट आउट एट वडाला वाले अंदाज में ही नजर आए हैं। कोई सुधार नहीं है। इस गैंगस्टर का सपना है मुंबई पर राज करने का और रूकावट है एक पुलिस ऑफिसर, जिसका रोल इमरान हाशमी ने निभाया है। सुनील शेट्टी भी एक-दो सीन में दिखाई दिए हैं। महेश मांजरेकर तो ऐसी फिल्मों का हिस्सा रहते ही हैं।
ट्रेलर में दिखाए गए सारे शॉट्स में से एक में भी नयापन नजर नहीं आता। ऐसा लगता है कि किसी पुरानी फिल्म का ही काट-पीट कर ट्रेलर बना दिया हो। बैकग्राउंड में गजानन का गाना अब इस तरह की फिल्मों का स्थाई हिस्सा हो गया है।
कुलमिलाकर मुंबई सागा का ट्रेलर तो निराश करता है। ऐसी कोई बात नजर नहीं आती जो फिल्म देखने के लिए उत्सुकता पैदा करे। उम्मीद की जानी चाहिए कि फिल्म ट्रेलर जैसी नहीं होगी।