पद्मावती को अब पद्मावत के नाम से रिलीज किया जाएगा। पहले यह फिल्म एक दिसम्बर को रिलीज होने वाली थी। रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली फिल्म के प्रमोशन में जुट गए थे। फिल्म का विरोध होते ही रिलीज को टाल दिया गया।
बिना प्रचार के अब फिल्म को 25 जनवरी को प्रदर्शित किया जा रहा है। वैसे अब फिल्म को प्रचार की जरूरत नहीं है क्योंकि फिल्म के बारे में काफी कुछ लिखा, सुना और कहा जा चुका है। भंसाली की कोशिश यही है कि फिल्म को अब किसी तरह प्रदर्शित किया जाए।
क्या अभी भी फिल्म प्रदर्शित हो पाएगी? यह सवाल अहम है क्योंकि फिर विरोध शुरू हो गया है। खुलेआम धमकियां दी जा रही है कि यदि फिल्म को प्रदर्शित किया गया तो उन सिनेमाघरों में आग लगा दी जाएगी जहां पर इस फिल्म को लगाया जाएगा।
मान लेते हैं कि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। इसी दिन अक्षय कुमार की 'पैडमैन' भी प्रदर्शित हो रही है। 'अय्यारी' भी इसी सप्ताह में प्रदर्शित होने वाली थी, लेकिन अब यह फिल्म 9 फरवरी को रिलीज होगी। 9 फरवरी वाली फिल्में नई रिलीज डेट ढूंढ रहे हैं।
मुकाबला 'पैडमैन' बनाम 'पद्मावत' है। पद्मावत के दोनों कलाकारों, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर, से अक्षय कुमार बड़े सितारे हैं, लेकिन यहां पर पद्मावत का पलड़ा भारी नजर आता है। भंसाली की फिल्म भव्य है। चर्चित है। विवादों में है। दूसरी ओर अक्षय कुमार की 'पैडमैन' उनके स्टारडम के मुकाबले छोटी फिल्म है।
दोनों फिल्मों में से कौन आगे रहेगी? निश्चित रूप से पद्मावत आगे लगती है। लेकिन यदि फिल्म को लेकर भारी विरोध होता है तो क्या दर्शक सिनेमाघर जाने की हिम्मत करेंगे। यदि हिंसा की घटनाएं होती हैं तो फिल्म की ओपनिंग प्रभावित हो सकती है। जो कि फिल्म के बड़े बजट के लिए नुकसानदायक रह सकती है।
पद्मावत के विरोध का असर 'पैडमैन' पर भी होगा। मल्टीप्लेक्स के बाहर विरोध होगा तो क्या पैडमैन और क्या पद्मावत। विरोध वालों को थोड़ी पता है कि कौन सी फिल्म देखने कौन आया है। लिहाजा दोनों फिल्मों की ओपनिंग प्रभावित हो सकती है।
यदि विरोध नहीं होता है तो निश्चित रूप से पैडमैन के मुकाबले पद्मावत आगे रहेगी। फिल्म इंडस्ट्री भी यही मान रही है। यही कारण है कि सिनेमाघर के बंटवारे में 'पद्मावत' को ज्यादा सिनेमाघर मिल रहे हैं।