पद्मावती, जो अब पद्मावत के नाम से जानी जा रही है, जब एक दिसम्बर 2017 को रिलीज होने वाली थी तो कुछ प्रदेशों ने उस फिल्म को अपने प्रदेश में प्रतिबंधित कर दिया था। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात जैसे राज्यों ने कहा कि वे अपने प्रदेश में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे।
यह माहौल देख फिल्म की रिलीज डेट को आगे बढ़ा दिया गया। अब चर्चा है कि 25 जनवरी को फिल्म रिलीज होने वाली है। हालांकि अधिकृत रूप से इस बात की घोषणा नहीं हुई है। थिएटर्स को लेकर बंटवारा होने की भी खबर है क्योंकि पद्मावत और पैडमैन एक ही दिन प्रदर्शित होगी।
राजस्थान में यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाएगी। कहा जा रहा है कि वहां पर माहौल खराब हो सकता है इसलिए 'पद्मावत' राजस्थान में बैन रहेगी। ट्रेड विशेषज्ञों का मानना है कि यदि 'पद्मावत' पूरे भारत में रिलीज होती है और फिल्म का कुल कलेक्शन 200 करोड़ होता है तो राजस्थान में फिल्म रिलीज न होने से कम से कम 12 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
हो सकता है कि राजस्थान को देख मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार जैसे राज्यों में भी फिल्म प्रदर्शित न हो पाए। यहां की सरकार भी फिल्म का रास्ता रोक सकती है।
यदि ऐसा होता है तो लगभग 30 करोड़ उत्तर प्रदेश से, 25 करोड़ पंजाब-हरियाणा से, 10 करोड़ मध्यप्रदेश, 25 करोड़ गुजरात से नुकसान हो सकता है। ये सब मिलाकर लगभग 102 करोड़ रुपये हो जाता है।
फिल्म सीमित जगह ही रिलीज हो पाएगी और नुकसान तगड़ा होगा। क्या ऐसे में पद्मावत को रिलीज करने का औचित्य रह पाएगा?