धर्मेन्द्र ने सनी देओल को 'बेताब' से लांच किया था और फिल्म को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सनी ने भी पिता का फर्ज निभाते हुए बेटे करण देओल को लांच किया, लेकिन फिल्म को बेहतर नहीं बना सके। खुद निर्देशक बनने की जिद कर ली और फिल्म का कबाड़ा कर दिया। फिल्म बुरी थी सो पिटना निश्चित था, लेकिन इससे ज्यादा नुकसान करण को हुआ।
पहली ही फिल्म फ्लॉप हो जाए तो वापसी करना बेहद मुश्किल होता है। बजाय खुद निर्देशन करने के सनी किसी और अनुभवी निर्देशक या बैनर से करण को लांच करते तो हो सकता है कि मामला आज कुछ और होता। पल पल दिल के पास को रिलीज हुए लगभग डेढ़ साल हो गया है और करण के पास कुछ काम नहीं है।
खबर है कि सनी एक और मौका करण को देना चाहते हैं और इसमें कुछ बुराई भी नहीं है। लगता है कि गलती से सनी ने सबक सीख लिया है। खबरचियों का कहना है कि सनी जल्दी ही करण को लेकर एक फिल्म प्रोड्यूस करने की सोच रहे हैं और डायरेक्शन की कुर्सी पर किसी और को बैठाएंगे ताकि इस बार तीर सही निशाने पर लगे और करण देओल खानदान के परचम को आगे बढ़ाएं।
बीच में ये भी सुनने को मिला था कि करण को लेकर फिल्म निर्देशक इंद्र कुमार एक फिल्म प्लान कर रहे हैं, लेकिन बात आई-गई हो गई। इसी बीच कोरोना के कारण कई फिल्में बनते-बनते रह गईं। आर्थिक संकट सामने आ खड़े हुए हैं और इस दौर में फिल्म बनाना बहुत ही मुश्किल काम हो गया है। सनी भी परिस्थितियों का सही होने का इंतजार कर रहे हैं और मामला ठीक-ठाक होने पर करण को लेकर दूसरी फिल्म की घोषणा जल्दी सुनने को मिल सकती है।