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ग्यारह ग्यारह एक्टर राघव जुयाल ने जिंदगी में झेले कई रिजेक्शन, बोले- जरूरी नहीं कि आप में कोई कमी हो..

हमें फॉलो करें ग्यारह ग्यारह एक्टर राघव जुयाल ने जिंदगी में झेले कई रिजेक्शन, बोले- जरूरी नहीं कि आप में कोई कमी हो..

रूना आशीष

, गुरुवार, 8 अगस्त 2024 (15:47 IST)
Raghav Juyal Interview : मैं हमेशा सही रास्ते पर चलना चाहता था और टेलीविजन से ब्रेक भी लिया। टेलीविजन से ब्रेक का मतलब है कि एंकरिंग करना या डांस रियलिटी शोज में आना इन सब से जब मैंने कुछ समय के लिए ब्रेक लिया तब लगा कि अब यही करनी है और मुझे सब जगह पर जाकर अपने एक्टिंग के ऑडिशन देने हैं ताकि लोग समझ सके कि मुझे एक्टिंग आती है। 
 
मेरी एक्टिंग करने की इच्छा है और मैं इसी राह पर आगे बढ़ा। मेरे सामने जिस भी तरीके का ऑडिशन आता था, मैं दे देता था, चाहे वह पत्थर का ऑडिशन हो या फिर हनुमान बनने का मेरा एक ही मकसद था कि सही रास्ता पकड़ कर एक्टिंग में चलूं हो सकता है समय ज्यादा लगे। लेकिन मैं यही करना चाहता था।
 
यह कहना है राघव जुयाल का, जो कि रियलिटी शोज में एक बेहतरीन डांसर और एंकर के तौर पर उभर कर आए हैं। उनकी अगली वेब सीरीज कुछ ही समय में लोगों के सामने आ जाने वाली है। 'ग्यारह ग्यारह' नाम की यह वेब सीरीज एक मर्डर मिस्ट्री है जिसने की टाइम ट्रेवल भी दिखाई देने वाला है। इसी विषय पर राघव ने मीडिया से बातचीत की। 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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आपको तो रिजेक्शन बहुत मिला होगा?
मुझे रिजेक्शन क्या इंजेक्शन भी बहुत मिले हैं। मेरा, इंजेक्शन और रिजेक्शन हम तीनों का आपस में बहुत गहरा नाता है। मालूम है ना मैं हर बार यहां वहां गिरा पड़ा रहता था और फिर इंजेक्शन लगा लगा कर ठीक हुआ करता था और जहां तक रिजेक्शन की बात है तो मुझे लगता है कि यह एक अभिन्न भाग है आपकी जिंदगी का। हम जिस तरीके के लाइमलाइट में रहते हैं और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करते हैं, यह तो होगा। 
 
कहीं आप सिलेक्ट हो जाएंगे, कहीं आप रिजेक्ट हो जाएंगे और पर एक समय के बाद मुझे फर्क पड़ना बंद हो गया और इस बिंदु पर आने के बाद समझ में आया कि अगर आप रिजेक्ट हो रहे हैं तो जरूरी नहीं कि आप में कोई कमी हो। कई बार यह भी हो सकता है कि निर्देशक के अनुसार आप नहीं है। यह कहानी की डिमांड आपके जैसी नहीं है या फिर आप उस रोल के लिए नहीं बने हैं।
 
कोविड के समय में मैंने आपसे इंटरव्यू की बात कही थी। आपने हां ही बोला था। बाद में कोई जवाब नहीं मिला
जहां उस समय मैं लोगों की मदद कर रहा था, लेकिन आपकी जो शिकायत मुझसे हैं, वह बहुत सारे लोगों की शिकायत मुझसे है। मेरे घर वाले भी यही कहते हैं कि फोन अगर रखा है तो इस्तेमाल भी कर लिया करो। लेकिन मैं फोन से बहुत दूर ही रहता हूं। मेरी वेब सीरीज में भी मेरा एक डायलॉग है। जब मेरे पिताजी पूछते हैं कि तुमने फोन रखा है तो उसका प्रयोग क्यों नहीं करते तो मैं बड़ी शांति से बोलता हूं। इसका प्रयोग में यूट्यूब देखने के लिए करता हूं। हां, मुझे यह तकलीफ होती है। कई बार लोग मुझसे बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन मैं फोन पर जुड़ा हुआ या लगा हुआ कभी नहीं मिलूंगा। जब फिल्म आ रही होगी तब आपको मैं दिखाई दे जाऊंगा। 
 
राघव आपको किस तरीके से महिलाओं से कंपलीमेंट मिलते हैं? 
देखिए भाई बहुत पहले से एक बात तो मुझे समझ में आ गई थी कि मेरी कोई बॉडी इतनी अच्छी तो है नहीं कि कोई लड़कियां आसानी से मेरे सामने आ जाए और मान जाए। अपने शब्दों में कहूं तो पट जाए, कोई लड़की पट जाए। ऐसा तो कभी होने नहीं वाला। तब मैंने यह सोच लिया था कि मैं राघव ना तो तू दिखने में अच्छा है ना तेरे आगे पीछे लड़कियां कोई डोलने वाली है तो बेहतर है कि लड़कियों को अगर अपने तरफ करना है तो बड़े अच्छे सेंस ऑफ ह्यूमर का इस्तेमाल करो और प्रेजेंस आफ माइंड रखो। 
 
अगर आपकी बातचीत करने की कला बहुत अच्छी होती है ना तो आप बड़े से बड़े झगड़ों का मिनटों में निपटारा कर सकते हैं। बड़ी से बड़ी डील में अपनी बात मनवा सकते हैं और लड़कियों को भी खूब खुश कर सकते हैं। तो मैंने उस चीज पर बहुत काम किया और खूब हंसाया करता था और यह चीज तो मेरी एंकरिंग में भी काम आती है। एक और चीज जो मैंने की कि मैं चाहे वह डांस करूं या न करूं या मैं एक्टिंग करूं उस क्राफ्ट पर मुझे बहुत ज्यादा गहराई के साथ काम करना है।
 
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सस्पेंस थ्रिलर जॉनर में बनाई गई फिल्म या सीरीज का आपको भारत में क्या भविष्य दिखता है। 
कई बार देखने में आया है कि सस्पेंस थ्रिलर जैसी कोई सीरीज बनती है तो इधर उधर भटक जाती है। यहां पर कहना चाहूंगा कि अगर यह सीरीज है तो उसे अलग तरीके से ट्रीटमेंट मिलता है। अगर आप बहुत लकी है आपकी फिल्म है तो सिनेमा हॉल में पहुंचने के बाद एक कम्यूनिटी या एक झुंड के रूप में बैठ कर देखना किसी सस्पेंस थ्रिलर को ज्यादा आसान हो जाता है। क्योंकि अगर थोड़ी सी भी आवाज की तो दूसरा अपने सीट से उठकर बोल देगा कि आवाज मत करो या फोन पर बात मत करो। 
 
लेकिन यह चीज हम सीरीज के साथ नहीं कर सकते। आप घर पर बैठ कर या अकेले बैठ कर देख रहे हो तो आपका ध्यान भटकाने के लिए बहुत सारी चीजें मौजूद हैं। इसलिए बहुत जरूरी है कि जब सीरीज बनाई जाए तो उसमें सस्पेंस थ्रिलर पकड़कर रखने की क्षमता और कहानी में प्रवाह बना रहे तभी जाकर लोग उसको देखेंगे और सीरीज हिट होगी। 

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