यूं तो उनका पूरा नाम श्रीपति पंडिताराध्यूला बालासुब्रमण्यम है, लेकिन लोग उन्हें एसपी के नाम से ज्यादा जानते हैं। एसपी उन लोगों में से थे जो काम करते चले गए और रिकॉर्ड बनते रहे। उन्हें जहां जब मौका मिला गाना गा दिया, जो भाषा मिली उसमें गुनगुना दिया और लोगों का भरपूर प्यार मिलता चला गया। निरंतर संगीत की साधना करते हुए वे इतनी ऊंचाई पर पहुंच गए जहां पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं है। गायक के रूप में उन्हें खूब शोहरत मिली, लेकिन वे संगीत निर्देशक, अभिनेता, डबिंग आर्टिस्ट और फिल्म प्रोड्यूसर भी रहे। तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी भाषा में गाए उनके गीतों ने खूब धूम मचाई।
सलमान खान को जब सूरज बड़जात्या ने बतौर हीरो फिल्म 'मैंने प्यार किया' से लांच किया तो इस बात पर खूब विचार किया कि सलमान के लिए गाने कौन गाएगा। यह एक म्यूजिकल लव स्टोरी थी इसलिए संगीत पर खासी मेहनत की गई। यह वह दौर भी था जब संगीत के कारण ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल हो जाया करती थीं। आखिरकार एसपी बालासुब्रमण्यम को पसंद किया गया।
आते जाते हंसते गाते, कबूतर जा जा जा, आजा शाम होने आई, मेरे रंग में रंगने वाली, दिल दीवाना, आया मौसम दोस्ती का, एसपी ने ऐसे गाए कि युवा सलमान पर न केवल उनकी आवाज जमी बल्कि फिल्म के संगीत ने ऐतिहासिक सफलता हासिल की। आज भी ये गाने जवां और ताजगी से भरे लगते हैं और इसमें एसपी का अहम योगदान है। बात में सलमान के लिए एसपी ने कई गाने गाए। दोनों की जोड़ी को ऐसी ही मशहूरी मिली जैसी कि किशोर कुमार और राजेश खन्ना की जोड़ी को मिली थी।
बात करते हैं कीर्तिमानों की। एसपी के नाम कई अनोखे रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ना नेक्स्ट टू इम्पॉसिबल है। 16 भाषाओं में उन्होंने 40 हजार से ज्यादा गाने गाए। जिनमें से अधिकांश ने धूम मचाई और बरसों-बरस तक सुने जाएंगे। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उनका नाम दर्ज है।
उन्हें 6 बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, वो भी 4 भाषाओं, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और हिंदी के लिए, यह भी बड़ी ही अनोखी बात है।
मान-सम्मान और पुरस्कारों की तो बात ही छोड़िए। इतने मिले कि एसपी भी गिनती भूल गए होंगे। फिल्मफेअर, आंधप्रदेश का नंदी अवॉर्ड्स जैसे ढेरों पुरस्कारों से वे मालामाल रहे। पद्मश्री (2001) और पद्मविभूषण (2011) उन्हें मिले।
एसपी कितनी तेजी से काम करते थे, इस बात के कई उदाहरण हैं, जब उन्होंने एक ही दिन में ढेर सारे गाने रिकॉर्ड कर दिए। यह बात दर्शाती है कि वे अपने काम में कितने दक्ष थे। 8 फरवरी 1981 को उन्होंने संगीतकार उपेन्द्र कुमार के लिए बंगलौर में सुबह 9 से रात 9 तक 21 गाने कन्नड़ भाषा में रिकॉर्ड कर दिए जो तोड़ना बेहद मुश्किल है।
ऐसा एसपी ने कई बार किया। एक ही दिन में 19 तमिल गाने और एक ही दिन में 16 हिंदी गाने उन्होंने रिकॉर्ड किए। 15-16 गाने तो एक ही दिन में उन्होंने कई बार रिकॉर्ड किए।
संगीतकार आनंद-मिलिंद ने काफी गाने एसपी बालासुब्रमण्यम से गंवाए। एसपी चेन्नई से पहली फ्लाइट पकड़ कर मुंबई पहुंचते। मुंबई में एक ही दिन में 15-16 गाने रिकॉर्ड करवाते और फिर मुंबई से चेन्नई की अंतिम फ्लाइट पकड़ कर वापस घर लौट जाते। ये उनका काम के प्रति जुनून को दर्शाता है।
दक्षिण भारत के कई दिग्मज अभिनेताओं को उन्होंने आवाज दी। एमजी रामाचन्द्रन, शिवाजी गणेशन, जेमिनी गणेशन, कमल हासन सहित नई पीढ़ी के कई दिग्गज अभिनेताओं के लिए उन्होंने गाने गाए। पी. सुशीला, एस. जानकी, वाणी जयराम, एल.आर. ईश्वरी के साथ उनके युगल गीत काफी मशहूर हुए। हिंदी में लता मंगेशकर के साथ उनकी जोड़ी खूब पसंद की गई।
4 जून 1946 को नैल्लोर में तमिल परिवार में जन्मे एसपी के पिता हरिकथा आर्टिस्ट थे। वे नाटकों में अभिनय भी करते थे। वे दो भाई और पांच बहनें थे। एसपी कम उम्र से ही संगीत के प्रति आकर्षित हुए। पढ़ाई में भी होशियार थे। जेएनटीयू कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अनंतपुर में उनका एडमिशन भी हो गया था।
1964 में एक संगीत प्रतियोगिता में उन्हें पहला पुरस्कार मिला और वे लाइमलाइट में आए। 15 दिसम्बर 1966 को उन्हें फिल्मों में पहला अवसर मिला। तेलुगु फिल्म 'श्री श्री श्री मर्यादा रामन्ना' फिल्म में उन्होंने गाना गया। आठ दिन बाद ही उनका कन्नड़ फिल्म में भी डेब्यू हो गया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। गाते चले गए और कीर्तिमान बनाते गए।
उन्होंने सावित्री से शादी की। दो बच्चे हैं। बेटी पल्लवी और बेटा एसपीबी चरण जो कि गायक और फिल्म प्रोड्यूसर हैं।
हिंदी में गाए सुपरहिट गाने
* मेरे रंग में रंगने वाली
* पहला पहला प्यार है
* दिल दीवाना
*तेरे मेरे बीच में
* मेरे जीवन साथी
* आजा शाम होने आई
* आते जाते
* ये मौसम का जादू
* हम बने तुम बने
* आया मौसम दोस्त का
* हम दोनों जब मिल जाएंगे
* वाह वाह राम जी
* दीदी तेरा देवर दीवाना
* आके तेरी बाहों में
* ये रात और ये दूरी
* हम ना समझे थे बात इतनी सी
* दो मस्ताने चले
* तुमसे जो देखते ही
* रोजा जानेमन
* रुक्मिणी रुक्मिणी
* साथिया तूने क्या किया
* सुन बेलिया शुक्रिया मेहरबानी