Faces of Climate Resilience: अवॉर्ड विनिंग डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'फेसेस ऑफ क्लाइमेट रेजिलिएंसऐ स्ट्रीमिंग डिजनी हॉटस्टार पर शुरू हो गई है। इन डॉक्यूमेंट्रीज को थिंक टैंक काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर ने इंडिया क्लाइमेट कोलैबोरेटिव, एडेलगिव फाउंडेशन और ड्रोकपा फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस किया है।
ये फिल्में केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान और उत्तराखंड समेत भारत के पांच सर्वाधिक जलवायु-संवेदनशील राज्यों की आवाजों को समेटे हुए है। ये डॉक्यूमेंट्रीज रेखांकित करती हैं कि भारत में जमीनी स्तर पर व्यक्ति और समुदाय कैसे जलवायु संकट के साथ अनुकूलन स्थापित कर रहे हैं, और बाढ़, चक्रवात, सूखे एवं जंगल में आग लगने जैसी आपदाओं का सामना करने के लिए लचीलापन विकसित कर रहे हैं।
कोच्चि स्थित फिल्म निर्माता शॉन सेबेस्टियन निर्देशित फेसेस ऑफ क्लाइमेट रेजिलिएंस ने प्रतिष्ठित 2023 सीएमसीसी क्लाइमेट चेंज कम्युनिकेशन अवार्ड रेबेका बैलेस्ट्रा के साथ-साथ डॉक्यूमेंट्रीज़ विदाउट बॉर्डर इंटरनेशनल फेस्टिवल (यूएसए) और अरावली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (भारत) में अवॉर्ड जीते हैं और पूरी दुनिया में प्रशंसा बटोरी है।
फेसेस ऑफ क्लाइमेट रेजिलिएंस, साउथ लंदन फिल्म फेस्टिवल (यूके) 2024, सीएमएस वातावरण इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (भारत) 2024 में फाइनलिस्ट/नामांकित डॉक्यूमेंट्री रही। इसके अलावा, कालामाटा इंटरनेशनल शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फेस्टिवल (ग्रीस) 2023, गोएथे-इंस्टीट्यूटस साइंस फिल्म फेस्टिवल (बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका) 2023, मीडिया वन एकेडमी फिल्म फेस्टिवल 2023 (भारत) और अंकुर फिल्म फेस्टिवल (भारत) 2022 में ऑफीशियल सेलेक्शन भी रही।
पहली बार इन फिल्मों को 2022 में मिस्र में वैश्विक जलवायु सम्मेलन कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज से पहले रिलीज किया गया था। अब तक ये फिल्में 40 से अधिक स्क्रीनिंग में शामिल हो चुकी हैं और 15 से अधिक भारतीय एवं अंतरराष्ट्रीय शहरों में चर्चाएं हो चुकी हैं।