आयुष्मान खुराना अपनी शानदार एक्टिंग की वजह से बहुत ही कम समय में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं। ये मुकाम हासिल करने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की है। हाल ही आयुष्मान खुराना ने अपने करियर के शुरुआती दिनों के अनुभव के बारे में बताया कि कैसे एक भूमिका के लिए उन्हें 'कंप्रोमाइज' करने के लिए कहा गया था।
आयुष्मान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, एक कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझे कहा कि मैं अगर उन्हें अपना टूल दिखाऊं तो वो मुझे फिल्म में लीड रोल देंगे। मैंने उन्हें साफ कहा कि मैं स्ट्रेट हूं। मैंने उन्हें मना कर दिया।
इंडस्ट्री में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए आयुष्मान ने कहा, पहले सोलो टेस्ट के लिए ऑडिशन होता था। एक कमरे में एक समय में एक ही व्यक्ति ही दिखते थे, अचानक से वहां लोगों की संख्या बढ़ जाती थी और एक कमरे में करीब 50 लोग नजर आने लगते। जब मैंने इस पर बात उठाई तो उन्होंने मुझे वहां से निकल जाने के लिए कहा। तो मैंने भी बहुत रिजेक्शन फेस किये हैं। लेकिन इस रिजेक्शन ने मुझे कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाया।
उन्होंने आगे कहा, "मैं रिजेक्शन को फेस करना जानता था। शुरूआत के रिजेक्शन ने मुझे मजबूत बनाया। हां, लेकिन आज के समय में मैं शायद यह सहन नहीं कर पाता। हर शुक्रवार सब कुछ बदल जाता है। दो-तीन सालों में मेरे लिए हर शुक्रवार लकी रहा है, शायद मेरा यह नसीब है।
बता दें कि आयुष्मान ने 2012 में 'विक्की डोनर' फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की। हाल ही में आयुष्मान की फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों से बहुत प्यार मिला। इस फिल्म में आयुष्मान ने एक होमोसेक्शुअल का किरदार निभाया था।