प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक बासु चटर्जी का 4 जून 2020 को मुंबई में निधन हो गया। वे 90 वर्ष के थे। बढ़ती उम्र के कारण होने वाली परेशानियों के चलते उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा।
हृषिकेश मुखर्जी की तरह बासु चटर्जी को मध्यमार्गी सिनेमा का फिल्मकार माना जाता था। वे मनोरंजक अंदाज में अपनी फिल्मों के जरिये गहरी बात करते थे।
तीसरी कसम में सहायक निर्देशक के रूप में शुरुआत करने वाले बासु चटर्जी ने बाद में कई हल्की-फुल्की फिल्में बनाईं जो खूब पसंद की गई।
छोटी सी बात (1975), चितचोर (1976), रजनीगंधा (1974), पिया का घर (1972), प्रियतमा (1977), खट्टा मीठा (1978), बातों बातों में (1979) और शौकीन (1982) जैसी बेहतरीन फिल्में उन्होंने दी। उनकी एक रुका हुआ फैसला (1986) और कमला की मौत (1989) भी काफी सराही गईं।
उन्होंने दूरदर्शन के लिए टीवी सीरीज 'ब्योमकेश बक्शी' और लोकप्रिय 'रजनी' (टीवी सीरीज) का निर्देशन भी किया था। दोनों सफल टीवी धारावाहिकों में से एक थे।
10 जनवरी 1930 को अजमेर में जन्मे बासु चटर्जी की दो बेटियां सोनाली भट्टाचार्य और रूपाली गुहा हैं।