बिग बॉस की शुरुआत में पारस छाबड़ा ने एक आक्रामक व्यक्ति के रूप में अपनी छवि बनाई और सिद्धार्थ शुक्ला से खूब लड़ाई की। दो खेमे बन गए। एक सिद्धार्थ का और दूसरा पारस का। आधे लोग पारस के साथ और आधे सिद्धार्थ के साथ।
'संस्कारी प्लेबॉय' वाला पक्ष भी पारस ने दिखाया। शहनाज़ और माहिरा दोनों ही पारस की नजदीकी पाने के लिए लड़ने लगी और पारस ने माहिरा का साथ दिया। माहिरा को अपने साथ लेते ही पारस ने दूसरों से दूरी बना ली। माहिरा के इर्दगिर्द ही उनकी दुनिया सिमट गई। सिद्धार्थ से उन्होंने दोस्ती कर ली।
अब सिद्धार्थ और आसिम के खेमे बन गए। माहिरा से नजदीकी और सिद्धार्थ से दोस्ती कर पारस बिना कुछ करे 19वें सप्ताह में पहुंच गए हैं। अब फाइनल नजदीक है। पारस को समझ आ गया है कि अब इन सहारों के आगे बढ़ना मुश्किल है। खुद कुछ करना होगा।
आने वाले दिनों में पारस अपना असली खेल दिखा सकते हैं। अपनी आक्रामक छवि को फिर एक बार वे अपना सकते हैं। बिग बॉस के हाउसमेट्स से भिड़ सकते हैं। सिद्धार्थ से फिर लड़ाई कर सकते हैं। वे एक रियलिटी शो जीत चुके हैं और जानते हैं कि कब गियर बदलना चाहिए।