गोआ की मस्ती, लोकेशन और गोआ की गलियारों के दिलफेंक अंदाज को फिल्मों में बखूबी से दिखाया गया हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की फेंनी, फिश के अलावा गोआ के लोगों के रगो में फुटबॉल का भी नशा हैं। ऐसा नशा जो जूनिनियत के हद पार हैं।
इसी सच्ची दास्तान को पर्दे पर बहुत ही खूबसूरती से दिखा रही हैं निर्देशिका लिजा हेडलॉफ जिसे 'गोइंग टू स्कूल' नॉन चैरिटेबल एजुकेशन ट्रस्ट के अंतर्गत बनाया गया हैं। जहां ऐसी कहानियों को दिखाया जाता हैं जिसे देखकर युवा पीढ़ी प्रेरित हो सके।
1 घण्टे की इस फीचर फिल्म में गोआ की पहली महिला कोच के संघर्ष और इस खेल को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के नायाब सफर को दिखाया गया हैं। इतना ही नही फुटबॉल खेल को लेकर आज की युवा पीढ़ी की लड़कियों के पागलपन को भी दिखाया गया हैं।
इन सबसे बड़ी बात हैं कि इस फीचर फिल्म को फुटबॉल खेल जगत की दुनिया के महारथी एडर्सन सैन्टाना, फेरनंदीन्हों, चेल्सी, नील मौपे, थॉमस टचेल, ट्यरॉन मिंग्स, थॉमस पर्टी, ऐडम लालाना और नेथन फेरगुसन जैसे धुरंधर प्रमोट कर रहे हैं। जिनका लक्ष्य हैं कि वैक्सीन की 2 शॉट लेना और खेल को जितना।
कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए लोग न जाने क्यों कोरोना के टिका को लगाने से बच रहे हैं ऐसे में ये खिलाड़ी कह रहें हैं कि वैक्सीन के दो शॉट्स लीजिए और फुटबॉल को खेलिए।
गोआ में जहा फुटबॉल खेलने के लिए लोग कोई भी कीमत अदा कर सकते हैं ऐसे में फुटबॉल के जरिए टीकाकरण की ये अनोखी पहल गोआ में एक नई क्रांति लेकर आ रही हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन के 2 डोज लेकर फुटबॉल भी खेल सके और कोरोना जैसी महामारी को भी मात दे सके।
फीचर फिल्म 'गोल गोआ' में सारे असल जिंदगी के खिलाड़ियों को फीचर किया गया हैं जो 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक 'डीडी नेशनल' पर दिखाई जाएगी इसके अलावा ये फीचर फिल्म यूके में 'बी टी स्पोर्ट्स' पर भी टेलीकास्ट की जाएगी।