Vinod Khanna Firoz Khan Friendship: विनोद खन्ना और फिरोज खान पक्के दोस्त हुआ करते थे। विनोद खन्ना को फिरोज खान बेहद हैंडसम हीरो माना करते थे। 'कुरबानी' जब फिरोज खान ने बनाने की सोची तो विनोद खन्ना को लीड रोल में लिया। कुरबानी ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कामयाबी हासिल की।
विनोद खन्ना के करियर की सबसे सफल फिल्म इसको माना जा सकता है। इसके बाद दोनों की दोस्ती और गहरा गई। इसी बीच विनोद खन्ना सब कुछ छोड़ कर रजनीश की शरण में चले गए। स्टारडम से उनका मोह भंग हो गया और वे आध्यात्मिक शांति की तलाश में जुट गए।
कुछ वर्ष बाद ग्लैमर वर्ल्ड उन्हें फिर खींच लाया। एक बार फिर फिरोज खान ने 'दयावान' फिल्म विनोद खन्ना को लेकर बनाई। आमतौर पर अपने द्वारा निर्देशित फिल्मों में फिरोज खान अपना रोल दमदार रखते थे, लेकिन 'दयावान' में उन्होंने विनोद खन्ना को पॉवरफुल रोल दिया।
यह संयोग है कि दोनों दोस्तों ने दुनिया को अलविदा कहने की एक ही तारीख चुनी। फिरोज खान का निधन 27 अप्रैल 2009 को हुआ था। वहीं आठ साल बाद उनके दोस्त विनोद खन्ना का भी 27 अप्रैल 2017 को निधन हो गया था।