कोरोनाकाल में 'मजदूरों के मसीहा' बनकर सामने आए बॉलीवुड अभिनेता मुश्किलों में फंस गए हैं। आयकर विभाग की टीम ने बीते तीन दिन तक सोनू सूद के घर और उनसे जुड़े ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन किया था। आयकर विभाग ने सोनू सूद के अकाउंट बुक से लेकर कमाई और खर्च जैसे आर्थिक दस्तावेजों की जांच की।
आयकर विभाग ने मुंबई में सोनू सूद के विभिन्न परिसरों के अलावा लखनऊ स्थित औद्योगिक समूह में छापेमारी और जब्ती अभियान चलाया। उन्होंने एक्टर से जुड़े मुंबई, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, दिल्ली, गुरुग्राम समेत कुल 28 परिसरों पर लगातार तीन दिनों तक छापेमारी की।
खबरों के अनुसार सोनू सूद से जुड़ी जगहों पर तलाशी के बाद 20 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी, अवैध विदेशी दान और फर्जी लेनदेन का मामला सामने आया है। आयकर विभान ने कहा कि अभिनेता और उनके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी के दौरान, कर चोरी से संबंधित आपत्तिजनक साक्ष्य मिले हैं।
सीबीडीटी ने कहा कि अभिनेता ने फर्जी संस्थाओं से फर्जी और असुरक्षित ऋण के रूप में बेहिसाब पैसे जमा किए थे। सूद ने FCRA कानून का उल्लंघन करते हुए विदेशी दानदाताओं से एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर 2.1 करोड़ जुटाए हैं।
विभाग के अनुसार सोनू सूद के एनजीओ ने 1 अप्रैल 2021 से अभी तक 18.94 करोड़ का डोनेशन पाया है। इस डोनेशन में से एनजीओ ने 1.9 करोड़ अलग-अलग राहत कार्यों में खर्च किए। इसके बचे 17 करोड़ अभी तक बैंक अकाउंट में ही हैं। इनका आज तक कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है।
बता दें कि सोनू सूद ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद करके काफी प्रशंसा हासिल की थी। हाल ही में सोनू सूद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात की थी। वे दिल्ली सरकार के देश के मेंटॉर कार्यक्रम के ब्रांड अंबेसडर भी बने हैं।