बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौट की आगामी फिल्म मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी विवादों के कारण लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस फिल्म की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। खबर है कि फिल्म की प्रोडक्शन कंपनी ने मजदूर, टेक्नीशियन और सामान का पैसा नहीं दिया है। जिसके बाद फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज और मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने फिल्मसिटी में चल रही शूटिंग रोक दिया है।
इन दिनों फिल्म की शूटिंग गोरेगांव पूर्व के फिल्मसिटी स्टुडियो में मंदिर के पास चल रही थी, जहां फेडरेशन के चेयरमैन बीएन तिवारी और मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गंगेश्वर श्रीवास्तव के निर्देश पर मजदूरों और टेक्नीशियन ने निर्माता कमल जैन से अपने बकाये पैसे की मांग की। मगर बात नहीं बनी तो फेडरेशन और मजदूर यूनियन के सदस्यों ने इस फिल्म की शूटिंग को बंद करा दिया।
फेडरेशन के चेयरमैन बीएन तिवारी और जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गंगेश्वर श्रीवास्तव के मुताबिक कंगना रनौट की हिन्दी फिल्म मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी के लिए मजदूरों और टेक्निशियन और एक्यूपमेंट का डेढ़ से दो करोड़ रुपये बकाया है।
बीएन तिवारी के मुताबिक, इस बारे में कई बार फिल्म के निर्माता कमल जैन से बात भी की गई, लेकिन इससे कोई बात नहीं बनीं। जब तक बकाया पैसा नहीं दिया जाएगा, तब तक वर्कर्स इस फिल्म से अपनी दूरी बनाकर रखेंगे। इस बारे में सेंसर बोर्ड और लैब को भी फेडरेशन की ओर से पत्र लिखा जा रहा है।
यह फिल्म झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित है। फिल्म में कंगना झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई का किरदार निभा रही है। ये फिल्म अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी। इस फिल्म का बजट करीब 125 करोड़ रुपए बताया जा रहा है जबकि कंगना 14 करोड़ रुपए फीस ले रही हैं।