sirf ek bandaa kaafi hai: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी द्वारा अभिनीत फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' ने आलोचकों और प्रशंसकों से बेहतरीन समीक्षा प्राप्त की है। इसे मनोज बाजपेयी का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन, साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म और एक उत्कृष्ट रचना से लेकर राष्ट्रीय पुरस्कार का हकदार कहने तक, फिल्म को बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिला है। फिल्म ने अपने लॉन्च डे पर सारे रिकार्ड्स को तोड़ दिया।
इस फिल्म को जी5 पर पिछले एक साल में सभी भाषाओं में डायरेक्ट टू डिजिटल ओरिजिनल में सबसे ज्यादा बार देखा गया है। विनोद भानुशाली के 'भानुशली स्टूडियो लिमिटेड', ज़ी स्टूडियो और सुपर्ण एस वर्मा द्वारा निर्मित,'सिर्फ एक बंदा काफी है' सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह अपूर्व सिंह कार्कि द्वारा निर्देशित एक कोर्ट रूम ड्रामा है, जिसमें मनोज बाजपेयी वकील पीसी सोलंकी के रूप में हैं।
यह एक सामान्य व्यक्ति की कहानी है - एक उच्च न्यायालय वकील जिसने अकेले ही देश के सबसे बड़े पूजनीय व्यक्ति के खिलाफ एक असाधारण केस लड़ा और सफलतापूर्वक उन्हें POCSO अधिनियम के तहत नाबालिग से बलात्कार के लिए उस पर मुकदमा चलाया गया। पावर-पैक कोर्ट रूम ड्रामा, जिसे सबसे बड़े कानूनी कोर्टरूम ड्रामा में से एक माना जाता है, अब विशेष रूप से जी5 पर स्ट्रीम हो रहा है।
फिल्म स्क्रिप्ट से लेकर शानदार अदाकारी दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ती है। फिल्म की सफलता के बारे में बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा, यह बेहद अद्भुत बात है कि कुछ वर्षों की कड़ी मेहनत, अनगिनत रिहर्सल, शूटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन के बाद क्रू मेंबर, सुपर्ण एस वर्मा, विनोद भानुशाली सहित इतने सारे लोगों का योगदान रहा है।
उन्होंने कहा, निर्देशक अपूर्व सिंह कार्की और सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ और आद्रीजा सिन्हा जैसे अभिनेताओं के साथ फिल्म का जश्न मनाया जा रहा है। सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ की तारीफ हो रही है, आद्रीजा की तारीफ हो रही है जो मुझे इस फिल्म का जश्न मनाने का इतना बड़ा कारण देता है।
निर्माता विनोद भानुशाली, 'भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड' ने "यह साबित किया है कि सिर्फ एक कहानी काफी है। वीकडेज के दिनों में फिल्म को जिस तरह के व्यूज मिले हैं वह साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यह दर्शाता है कि आज के समय में हमारे दर्शक एक अच्छी और सम्मोहक कहानी को देखना पसंद करते हैं, चाहे वह किसी भी भाषा में हो।
Edited By : Ankit Piplodiya