मशहूर पंजाबी लोक गायिका गुरमीत बावा का निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं। तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें अमृतसर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। गरमीत बावा ने 77 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
गुरमीत बावा के निधन से संगीत और साहित्य जगत में शोक की लहर है। उनका पंजाबी लोक गायन में 45 सेकेंड की हेक का रिकॉर्ड था और उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान जीते थे।
गुरमीत बावा आलम लोहार, जुगनी जैसे प्रसिद्ध गाने के लिए जानी जाती हैं। गुरमीत बावा दूरदर्शन पर गाना गाने वाली पहली पंजाबी भाषा की गायिका भी थीं। गुरमीत बावा ने पंजाबी लोक गायक किरपाल बावा से शादी की थी। दोनों की तीन बेटियां हैं।
गुरमीत बावा के निधन पर पंजाब के सीएम ने भी शोक व्यक्त किया हैं। उन्होंने ट्वीट किया, गुरमीत बावा जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। पंजाबी लोक संगीत में उनका योगदान अमिट है। मेरी सच्ची संवेदना, विचार और प्रार्थना उनके परिवार के साथ है।
गुरमीत बावा को अपनी गायिकी के लिए पंजाब भाषा विभाग द्वारा शिरोमणि गायिका पुरस्कार, राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गुरमीत बावा को 1991 में पंजाब सरकार ने केंद्रीय अवॉर्ड से सम्मानित किया था। वहीं पंजाब नाटक अकादमी से संगीत पुरस्कार दिया था।