सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का ऐतिहासिक शो 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई', महानायिका अहिल्याबाई होल्कर की ऐतिहासिक कहानी पर आधारित है। यह शो बड़ी खूबसूरती से अहिल्याबाई होल्कर के सफर पर रोशनी डालता है और हमें उनके गौरवशाली जीवन की कहानी दिखाता है, जिसमें उन्होंने अपने ससुर मल्हार राव होल्कर के अटूट और निस्वार्थ समर्थन से समाज के पहले से तय किए गए नियमों पर सवाल उठाए थे।
मल्हार राव होल्कर अपने वक्त से आगे के व्यक्ति थे। वो एक सच्चे और बुद्धिमान नेता थे। उन्हें बहुत जल्द समझ में आ गया था कि अहिल्याबाई होल्कर कोई साधारण लड़की नहीं है। वो जानते थे कि अहिल्याबाई न सिर्फ अपने समय की सबसे साहसी महिलाओं में से एक बनेंगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक मिसाल साबित होंगी।
आने वाले ट्रैक में एक रोमांचक मोड़ आएगा, जहां मल्हार राव अहिल्या को अपने दरबार में प्रतिष्ठित पद देते हैं, जो उस समय की पहली ऐसी घटना थी। ऐसे दौर में जहां महिलाओं को परिवार के लिए आय कमाने योग्य नहीं माना जाता था, तब अहिल्याबाई को मल्हारराव के दरबार में सलाहकार के पद पर बैठाया गया। यह उस दौर का एक यादगार अवसर था।
इस शो में मल्हार राव होल्कर का रोल निभा रहे एक्टर राजेश श्रृंगारपुरे ने आने वाले ट्रैक के बारे में बताते हुए कहा, मुझे यह विशेष ट्रैक बहुत पसंद है, क्योंकि यह अहिल्याबाई के सफर में उन्हें मिले सम्मान और सराहनाओं को उजागर करता है। यह काफी संतोषजनक है और मुझे यकीन है कि दर्शक भी इससे सहमत होंगे, क्योंकि वो 12 महीनों से ज्यादा समय से हमारे साथ इस सफर का हिस्सा रहे हैं।
उन्होंने कहा, आज महिलाएं एक बड़ी ताकत हैं। महिलाएं किसी भी परिवार की रीढ़ हैं और एक देश का आधार होती हैं। वो दुनिया में जिंदगी लाती हैं और उनका हौसला किसी भी पुरुष से ज्यादा मजबूत होता है। वो बड़ी आसानी से बहुत-से काम कर लेती हैं और अपने चाहने वालों का भी ख्याल रखती हैं। मुझे लगता है कि यह ट्रैक अहिल्या की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण पड़ाव दिखाता है, जो उन महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण लेकर आएगा, जो हर दिन पुरुषवादी सोच से लड़ रही हैं और खुद के लिए खड़ी हो रही हैं।
राजेश ने कहा, मुझे उम्मीद है कि उन्हें इससे प्रेरणा मिलेगी और उन्हें इस बात का एहसास होगा कि वो जो कुछ भी कर रहे हैं, वो व्यर्थ नहीं है। इतना ही नहीं, इस शो से समाज को भी यह सीख मिलेगी कि महिलाओं के साथ समानता और सम्मान से व्यवहार करना चाहिए। मैं सभी महिलाओं को सलाम करती हूं। खुद पर विश्वास रखना कभी बंद ना करें।