कपूर खानदान ने आरके स्टूडियो को बेचने का फैसला किया है। कपूर परिवार ने बिल्डर्स, डेवलपर्स और कॉरपोरेट्स के साथ इस मुद्दे पर बातचीत शुरू कर दी है। 70 साल पहले बने इस ऐतिहासिक स्टूडियो में पिछले साल भीषण आग लग गई थी और इसका एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। आरके स्टूडियो का निर्माण राजकपूर ने करीब 70 साल पहले करवाया था।
कपूर खानदान के मुताबिक कम होती आमदनी और बढ़ते खर्च के कारण आरके स्टूडियो को बेचने का फैसला लिया गया है। राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर समेत पूरे परिवार ने मिलकर यह फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार स्टूडियो बेचने का एक कारण यह भी है कि आजकल कोई भी इतनी दूर शूटिंग के लिए आना नहीं चाहता, क्योंकि उन्हें अंधेरी या फिर गोरेगांव में लोकेशन आसानी से मिल जाती है।
ऋषि कपूर ने स्टूडियो को आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ फिर से तैयार कराने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन उनके बड़े भाई रणधीर कपूर ने कहा कि यह व्यवहारिक नहीं था। रणधीर कपूर ने कहा कि ‘हां, हमने आरके स्टूडियो को बेचने का फैसला किया है। यह बिक्री के लिए उपलब्ध है।
मुंबई के चेंबूर इलाके में दो एकड़ में बने इस स्टूडियो में 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'श्री 420', 'संगम', 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी' और 'राम तेरी गंगा मैली' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों का निर्माण हुआ है।