पंजाबी सिंगर-एक्टर दिलजीत दोसांझ अपनी अपकमिंग फिल्म 'सरदार जी 3' को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। इस फिल्म में दिलजीत पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर संग रोमांस करते नजर आने वाले हैं। पाकिस्तानी कलाकार होने की वजह से यह फिल्म भारत में रिलीज भी नहीं हो रही है।
हालांकि 'सरदार जी 3' को 27 दुन को पाकिस्तान समेत कई देशों में रिलीज किया जा रहा है। वहीं दिलजीत को लोग देशद्रोही बता रहे हैं। FWICE ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर दिलजीत दोसांझ और 'सरदार जी 3' के मेकर्स के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग भी की है।
वहीं अब पाकिस्तानी कलाकारों संग काम करना दिलजीत दोसांझ को भारी पड़ सकता है। FWICE ने दिलजीत दोसांझ को सनी देओल की फिल्म 'बॉर्डर 2' से हटाने की मांग की है। साथ ही सेंसर बोर्ड से गुजारिश की है कि 'सरदार जी 3' का सर्टिफिकेट रोक दिया जाए।
FWICE ने टी-सीरीज के चेयरमैन भूषण कुमार,फिल्ममेकर इम्तियाज अली और एक्टर-प्रोड्यूसर सनी देओल से कहा है कि उन्होंने दिलजीत दोसांझ के साथ जो प्रोफेशनल कौलेबोरेशन किया है, इसके बारे में एक बार फिर से विचार करें। सरदार जी 3 में दिलजीत ने जो हानिया के सशथ कोलैब किया है, वो एक गंभीर इशू है। लोगों की भावनाओं को दिलजीत ने आहत किया है।
मैनेजर ने किया दिलजीत का बचाव
विवादों में घिरे दिलजीत दोसांझ के बचाव में उनकी पूर्व मैनेजर सोनाली सिंह आगे आई हैं। उन्होंने एक पोस्ट शेयर करके पीएम मोदी की कही एक बात याद दिलाई है। सोनाली ने लिखा, 'सरदार जी 3' किसी बड़े कॉरपोरेट घराने द्वारा समर्थित फिल्म नहीं है जो भारी नुकसान की मार झेल सके। यह किसी की जिंदगी की कमाई है और अब इस पर पूरी तरह खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने आगे लिखा, दो दशक से भी लंबे करियर में दिलजीत दोसांझ न सिर्फ भारत के लिए बल्कि वैश्विक मंच के लिए भी एक ग्लोबल आइकन बन गए हैं। फिर भी, बार-बार उन्हें एक प्राउड सिख, एक पंजाबी और एक ऐसे कलाकार के रूप में संदेह के घेरे में रखा गया, जिसने शांति और गर्व के साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया। दिलजीत वही व्यक्ति हैं, जिन्हें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'भारत के गांव का बेटा' कहकर संबोधित किया था...एक ऐसी पहचान जिसका वह सही मायने में प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने लिखा, वह गर्व से भारत को अपने साथ लेकर चलते हैं। लेकिन, दूसरी तरफ, उनके अपने देश में, हम कितनी जल्दी भूल जाते हैं। जब वह भारत का दुनिया के सामने प्रतिनिधित्व करते हैं, तो हम कितनी आसानी से उसका जश्न मनाते हैं, और जब कहानी बदल जाती है तो हम कितनी आसानी से उन्हें बुरा-भला कहते हैं। क्या किसी को लगता है कि इससे उनका दिल नहीं टूटता?'
सोनाली ने कहा, दिलजीत दोसांझ भारत के ब्रांड एम्बेसेडर रहे हैं। उन्होंने अपने प्रोड्यूसर्स के साथ खड़े होने का फैसला खुद की हिफाजत करने के लिए नहीं, बल्कि उन परिवारों को बचाने के लिए लिया, जो उस फिल्म को बनाने के पीछे हैं। ये कोई बड़ी कंपनियां नहीं थीं। ये उनके अपने देश के लोग थे, जिन्होंने अपनी जीवन भर की बचत और सपने 'सरदार जी' में झोंक दिए थे। वह मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि लोगों के लिए एकजुटता में खड़े हुए।