शाहरुख खान और काजोल की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', जिसे लोग प्यार से DDLJ कहते हैं, एक ऐसी फिल्म है जिसने भारत में रोमांस और पॉप कल्चर को एक नया रूप दिया। यह फिल्म एक राइटर और डायरेक्टर के तौर पर आदित्य चोपड़ा की पहली फ़िल्म थी। बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाली फिल्म डीडीएलजे हिन्दी सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों में से एक है।
यह थिएटर में सबसे लंबे समय तक दिखाई जाने वाली हिन्दी फिल्म बन चुकी है। मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में लगातार 1,274 हफ़्ते तक चलने वाली इस फिल्म ने इतिहास रच दिया, लेकिन देश में कोविड-19 फैलने की वजह से मार्च के महीने में इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।
अब महाराष्ट्र में थिएटर्स को फिर से खोलने का फैसला लिए जाने के बाद, DDLJ इस फेस्टिव सीजन में लोगों के दिलों में प्यार और उमंग की भावना जगाने के लिए दोबारा वापस आ गया है।
इस मौके पर यशराज फिल्म्स में डिस्ट्रीब्यूशन के वाइस प्रेसिडेंट, रोहन मल्होत्रा ने कहा, खुशी की बात यह है कि मुंबई में सिनेमाघरों को फिर से खोलने का फैसला लिया गया है। यशराज फिल्म्स इस बात से बेहद उत्साहित है कि भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाली फ़िल्म, 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की मुंबई के मराठा मंदिर में सिल्वर स्क्रीन पर वापसी हुई है।
1995 में लगभग 4 करोड़ रुपए के बजट में डीडीएलजे का निर्माण किया गया था जो एक ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई। भारत में इस फिल्म का कलेक्शन 89 करोड़ और ओवरसीज मार्केट में इसका कलेक्शन 13.50 करोड़ था। इस तरह, 1995 में दुनिया भर में इस फिल्म का कुल कलेक्शन 102.50 करोड़ था।