तैश में या गुस्से में आकर किया गया फैसला व्यक्ति के लिए हानिकारक ही सिद्ध होता है, ये बात हम लगातार सुनते आए हैं। 6 एपिसोड्स की सीरिज 'तैश' में दिखाया गया है कि सनी ललवानी (पुलकित सम्राट) अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाता है। जब वह सुनता है कि उसके दोस्त रोहन कालरा (जिम सरभ) का बचपन में कुलजिंदर (अभिमन्यु सिंह) ने शारीरिक शोषण किया था तो वह उसे इतना मारता है कि वह चलने-फिरने और बोलने के लायक भी नहीं रहता।
कुलजिंदर एक गैंगस्टर फैमिली से है। जब यह बात उनको पता चलती है तो पाली (हर्षवर्धन राणे) सनी और रोहन के पीछे लग जाता है और दोनों का पूरा परिवार खतरे में आ जाता है।
पाली की अपनी कहानी भी है। जहान (संजीदा शेख) को चाहता है, जिसकी शादी कुलजिंदर से हो जाती है। इसको लेकर भी पाली और कुलजिंदर में विवाद चलता रहता है।
रोहन की पाकिस्तानी गर्लफ्रेंड है और वह अपने छोटे भाई की शादी में शामिल होने आया है। उसका परिवार इस गर्लफ्रेंड को स्वीकारता नहीं है और शादी के माहौल में छोटे-मोटे विवाद भी चलते रहते हैं।
कहानी को लिखा और निर्देशित बिजॉय नाम्बियार ने किया है। बिजॉय नि:संदेह बहुत अच्छे टैक्निशियन है। शॉट लेने में माहिर हैं। लेकिन कहानी उनकी कमजोरी है और यहां पर भी यह उभर कर सामने आई है। कंटेंट पर तकनीक हावी हो जाए तो बात नहीं बन पाती और तैश भी इसी कमजोरी को लेकर उलझ जाती है।
बिजॉय ने कहानी को बेहद तोड़-मोड़ के पेश किया है। दस दिन की कहानी को वे कई बार आगे-पीछे ले गए हैं जिससे सिवाय कन्फ्यूजन के कुछ पैदा नहीं होता। बिजॉय ने अपने प्रस्तुतिकरण से दर्शकों को उलझाने और चौंकाने की कोशिश की है, लेकिन बात नहीं बन पाई।
शुरुआती दृश्यों में तो कोई तालमेल ही नहीं है। यह सब क्यों हो रहा है, कैसे हो रहा है इनमें ही आप उलझे रहते हैं। हालांकि उत्सुकता जरूर पैदा होती है कि क्या होगा, लेकिन जैसे ही सारे बिंदु जोड़े जाते हैं 'तैश' का ग्राफ धड़ाम से नीचे आ जाता है और यह उत्सुकता खत्म हो जाती है।
रोहन, उसकी गर्लफ्रेंड आरफा के किरदार निखर कर सामने आते हैं, लेकिन मुख्य किरदार सनी क्यों इतना गुस्सैल है, यह नहीं बताया गया है। सनी गुस्सैल कम और समझदार ज्यादा लगता है, इसलिए उस पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि वह किसी की जान लेने के लिए इतना उग्र हो सकता है। ये बात 'तैश' देखते समय खटकती है।
पाली और जहान की लव स्टोरी भी एक समय बाद अपना असर खो देती है।
अच्छी बात यह है कि 6 एपिसोड्स में बात खत्म कर दी गई है और हर एपिसोड लगभग आधे घंटे का है। बोरियत बहुत ज्यादा हावी होने लगे उसके पहले सीरिज खत्म हो जाती है।
पुलकित सम्राट अक्सर ओवर एक्टिंग का शिकार रहते हैं, 'तैश' में इसमें कमी आई है। जिम सरभ ने बेहतरीन एक्टिंग की है और अपने जटिल किरदार को अच्छी तरह से स्क्रीन पर पेश किया है।
हर्षवर्धन राणे ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है। कृति खरबंदा, अभिमन्यु सिंह के पास करने को ज्यादा कुछ नहीं था।
कुल मिलाकर तैश की सिर्फ पैकेजिंग ही आकर्षक है।
* वेबसीरिज * 6 एपिसोड्स * जी 5 पर
निर्माता : निशांत पिट्टी, दीपक मुकुट, बिजॉय नाम्बियार, शिवांशु पांडे, रिकांत पिट्टी
निर्देशक : बिजॉय नाम्बियार
कलाकार : पुलकित सम्राट, कृति खरबंदा, हर्षवर्धन राणे, जिम सरभ, अभिमन्यु सिंह