प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति के एक एपिसोड में दिखाई दिए। शो में शिल्पा ने अपनी लोकप्रिय चार्टबस्टर गीत 'चलेया' गाते हुए मंच पर प्रवेश किया और माहौल को यादगार बना दिया। इस विशेष एपिसोड में दोनों गायकों ने अपने संगीत सफ़र, निजी किस्सों और एक बेहद सार्थक भाव को साझा किया।
यह कार्यक्रम में भावनात्मक रूप से और भी गहरी तब हो गईं जब शिल्पा के माता-पिता—शृंगारप्पा वेंकट राव और राजनाला श्यामला ऑडियंस में मौजूद रहे और अपनी बेटी का गौरवपूर्ण क्षण अपनी आंखों के सामने घटित होते देखा।
एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील कदम उठाते हुए शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह ने घोषणा की कि शो से मिली उनकी जीत की राशि नेबरहुड वूफ नाम की एक एनजीओ को दान की जाएगी, जो आवारा कुत्तों की सुरक्षा, देखभाल और कल्याण के लिए समर्पित है। इस निर्णय ने समाज को कुछ लौटाने और अपने दिल के करीब मुद्दों का समर्थन करने के उनके संकल्प को उजागर किया।
शो के दौरान शिल्पा ने सुखविंदर सिंह के मार्गदर्शन को विशेष रूप से याद किया और बताया कि मुंबई में करियर की शुरुआत के दौरान उन्होंने उन्हें अमूल्य सहयोग दिया। उन्होंने साझा किया कि सुखविंदर सिंह उन पहले लोगों में से थे जिन्होंने उनकी कला को पहचाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
शिल्पा ने बताया कि उनकी संगीत सफर पांच साल की उम्र में उनके पिता के मार्गदर्शन में शुरू हुई थी। उनके पिता ने भी शिल्पा के बचपन के दशहरा की बेहतरीन प्रदर्शन की एक याद साझा की। शिल्पा के पिता श्रृंगारप्पा वेंकट राव यादें साझा करते हुए कहा, मैंने शिल्पा से कहा कि जो भी तैयार किया है, वही गाओ। और वह 30 मिनट से भी अधिक समय तक गाती रही। मैं बस खड़ा होकर उसे निहार रहा था। उसी दिन मुझे एहसास हुआ कि संगीत उसके भीतर कितनी सहजता से बसा है।
शिल्पा ने दर्शकों को यह संदेश भी दिया कि हमेशा ऐसी ज़िंदगी का पीछा करें जो आपको सम्मान और खुशी दे। शिल्पा ने कहा, चाहे आप पेशेवर गायक बनें या नहीं, अपनी ज़िंदगी को सुंदर बनाओ। इससे आपको आत्मसम्मान मिलता है।
अमिताभ बच्चन ने शिल्पा के पहले गीत 'तोसे नैना' की प्रशंसा की और स्वीकार किया कि कैसे इस गीत ने उनकी आवाज़ को देश भर के दर्शकों से परिचित कराया। शिल्पा ने यह भी बताया कि उस समय रेडियो ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें अनवर फिल्म के गाने अक्सर सभी स्टेशनों पर प्रसारित होते थे।