बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद कोरोनावायरस महामारी के दौरान किए गए अपने कार्यों के चलते काफी सुर्खियों में हैं। उन्होंने लॉकडाउन के शुरुआती दौर में प्रवासी श्रमिकों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई थी और तब से उनके परोपकारी कार्य किसी न किसी रूप में चलते रहते हैं।
हालांकि अभिनेता ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी राजनीति में प्रवेश करने की कोई योजना नहीं है। सोनू सूद ने कहा, एक अभिनेता के रूप में मेरे हाथ भरे हुए हैं। इसके अलावा मैं बहुत से चैरिटी का काम कर रहा हूं, जिसमें बहुत ध्यान और समय लगता है। इसलिए, अभी राजनीति की जगह कहीं नहीं है। बेशक, मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि आज से 10 साल बाद नियति ने मेरे लिए क्या लिखा है।
सोनू सूद अभिनेता के मन में प्रवासियों के लिए परिवहन की व्यवस्था करने का विचार तब आया, जब वह लॉकडाउन के दौरान कुछ दिनों तक प्रवासियों को भोजन के पैकेट वितरित कर रहे थे। भोजन बांटने के दौरान वह बच्चों वाले एक परिवार से मिले, जो 10 दिनों के लिए भोजन चाहते थे, क्योंकि वे सभी मूल निवास स्थान बेंगलुरु के लिए निकले हुए थे, तब सूद ने उन्हें बताया कि वह परिवहन के लिए अनुमति प्राप्त करने की कोशिश करेंगे, ताकि उन्हें चल कर इतनी दूर न जाना पड़े।
हालांकि जब वह इन महीनों में सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहे हैं, स्क्रिप्ट्स सोनू सूद के टेबल पर जमा होती गई। और दिलचस्प बात यह है कि अब उन्हें जो भूमिकाएं दी जा रही हैं, वे उनकी उम्मीदों से अधिक हैं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, हां, जिस तरह से लोग मुझे देखना और चित्रित करना चाहते हैं, उसे लेकर पूरी धारणा बदल गई है। मैं बदलाव देख सकता हूं और अब सही स्क्रिप्ट चुनने की आवश्यकता हैं और कुछ जादुई होने वाला है।
हालांकि जब बात फिल्मों की आती है तो अभिनेता जल्दबाजी में नजर नहीं आते हैं। उन्होंने अपने निर्माताओं से कहा है कि वे उन्हें कुछ और समय दें, ताकि वह चैरिटी के काम पर ध्यान केंद्रित कर सकें। उन्होंने कहा, मेरा यकीन करें, जब मैं यह कहता हूं तो लोगों की मदद करने के लिए जिस तरह की असाधारण संतुष्टि मिलती है, वह उस व्यक्ति की तुलना में बहुत बड़ी होती है, जो 100 करोड़ की फिल्म का हिस्सा बन सकता है।