अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज 'मिर्जापुर 2' रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है। अब खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस सीरीज के निर्माताओं को एक और नोटिस जारी कर दिया है।
शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निवासी और वकील रुद्र विक्रम सिंह द्वारा दायर की गई याचिका पर संज्ञान लेते हुए यह नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कथित तौर पर मिर्जापुर जिले की छवि को धूमिल करने के आरोप वाली याचिका पर संज्ञान लिया है।
याचिकाकर्ता का कहना है कि इस सीरीज में मिर्जापुर को गुंडों और माफियाओं के जिले के रूप में दिखाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि इससे यहां के लोगों के सामाजिक और पेशेवर जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ा है। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख आगामी 8 मार्च को तय की है।
पहले भी इस वेब सीरीज के निर्माताओं को कोर्ट ने कानूनी नोटिस जारी किया था। इससे पहले 'मिर्जापुर' के निर्माता रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर और स्ट्रीमिंग कंपनी अमेजन प्राइम वीडियो के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। हाल ही में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उन्हें राहत दी थी और इस मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। निर्माताओं के वकील ने पक्ष रखा था कि इस शो को किसी भी प्रकार के दुर्भावना के तहत नहीं बनाया गया था।
निर्माता 'मिर्जापुर' के तीसरे सीजन की तैयारी में लगे हैं। इस सीरीज की कहानी कालीन भैया के इर्द-गिर्द घूमती है। कालीन भैया की भूमिका अभिनेता पंकज त्रिपाठी निभाते हैं। यह मिर्जापुर जिले के गैंगस्टर और ताकतवर व्यक्ति की कहानी हैं, जो पूरे जिले में अपना हुकूमत रखना चाहता है।
इस सीरीज में पंकज के अलावा दिव्येंदु शर्मा, अली फजल, श्वेता त्रिपाठी शर्मा, विजय वर्मा, और हर्षिता गौड़ जैसे कलाकार थे। इसका पहला सीजन 2018 में रिलीज किया गया था। 'मिर्जापुर' के अलावा अमेजन प्राइम की नई वेब सीरीज 'तांडव' भी विवादों में रही है। इस शो को लेकर भी देश के कई हिस्सों में निर्माताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है।