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इंडिया, वर्ल्ड पीस और ह्यूमैनिज्म पर यूके की संसद को संबोधित करने वाले पहले फिल्म निर्माता बनें विवेक रंजन अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी

हमें फॉलो करें इंडिया, वर्ल्ड पीस और ह्यूमैनिज्म पर यूके की संसद को संबोधित करने वाले पहले फिल्म निर्माता बनें विवेक रंजन अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी
, गुरुवार, 9 जून 2022 (13:02 IST)
द कश्मीर फाइल्स के बहुप्रशंसित फिल्म मेकर्स ने यूके पार्लियामेंट में फिल्म के बारे में बात की। इस इवेंट को पूर्व मंत्री- बैरोनेस संदीप वर्मा और संसद सदस्य, गगन मोहिंद्रा ने होस्ट किया था। बता दें, द कश्मीर फाइल्स (2022), कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार के बारे में हैं।
 
इस इवेंट की थीम "इंडिया, वर्ल्ड पीस ह्यूमैनिज्म" पर रखी गई थी। ऐसे में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के महत्व को बताने वाले इस इवेंट में हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के साथ-साथ लोकल इलेक्टेड काउंसिलर्स के कई संसद सदस्यों ने पूरे ब्रिटेन से भाग लिया।
 
मानवाधिकारों के प्रति सम्मान के आधार पर फ्रीडम, लिबर्टी और ह्यूमैनिटी के बारे में एक स्पष्ट बातचीत में पार्टी लाइन्स के सांसद, विवेक और पल्लवी के साथ शामिल हुए। यहां मौजूद सांसदों में जोनाथन लॉर्ड (एमपी फॉर वोकिंग; कंजर्वेटिव), वीरेंद्र शर्मा एमपी (साउथॉल एंड ईलिंग; लेबर), लॉर्ड ढोलकिया (लिबरल डेमोक्रेट), जेन स्टीवेन्सन एमपी (वॉल्वरहैम्प्टन नॉर्थ ईस्ट; कंजर्वेटिव), हेनरी स्मिथ एमपी (क्रॉली); कंजर्वेटिव), लॉर्ड जितेश गढ़िया (गैर-संबद्ध), नवेंदु मिश्रा एमपी (लेबर), थेरेसा विलियर्स एमपी (कंजर्वेटिव), और सैम टेरी (इलफोर्ड साउथ; लेबर) शामिल थे।

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बता दें, द कश्मीर फाइल्स 2022 में आई एक इंडियन हिंदी लैगुएज फिल्म हैं। इसे विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा और निर्देशित किया हैं। इस साल मार्च में रिलीज़ हुई यह फिल्म 2022 की सबसे अधिक कमाई करने वाली हिंदी फिल्म है। फिल्म ने अपने ओटीटी रिलीज के पहले हफ्ते में 9 मिलियन व्यूज को पार कर लिया है। 
 
वैसे ऑक्सफोर्ड यूनियन द्वारा इस टॉक को कैंसिल किए जाने को लेकर हुई  कॉन्ट्रोवर्सीज पर बात करते हुए विवेक ने राइट टू फ्री स्पीच के बारे में बात की और बताया कैसे यूके में कुछ निहित स्वार्थ और भारत विरोधी लॉबी इस बुनियादी स्वतंत्रता का दम घोंट रहे थे, जिससे हिंदुओं को कश्मीर में उनके नरसंहार से इनकार किया जा रहा था। नरसंहार से इनकार, उन्होंने टिप्पणी की कि खुद नरसंहार जितना ही हीनियस है क्योंकि कश्मीर घाटी में आज भी इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिंदुओं की हत्या की जा रही है।


 
इस साल की शुरुआत में संसद में पद्मश्री बॉब ब्लैकमैन सांसद द्वारा एक प्रारंभिक दिन का प्रस्ताव, ईडीएम 1095 पेश किया गया था: "द कश्मीर फाइल्स और हिंदू कश्मीरियों के नरसंहार की मान्यता और जम्मू और कश्मीर में हिंदू कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की रोकथाम और नरसंहार पर भारतीय कानून।"

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