राजकुमार सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, वो बॉलीवुड के 'डायलॉग किंग' थे, कैमरे के सामने भी और कैमरे के पीछे भी। उनके लफ़्ज़ इतने नुकीले होते थे कि अगर तारीफ भी करते, तो सामने वाला दो मिनट सोचता कि ये ताना था या प्यार भरा इशारा।
जो दिल में आता था, वही ज़ुबान पर। सामने अमीर हो या स्टार, उन्हें फर्क नहीं पड़ता था। उनके बोल सुनने वालों के चेहरे का रंग अक्सर बदल जाता था, कभी शर्म से, कभी हैरानी से, और ज़्यादातर बार हंसी से।
किस्सा नंबर 1: गोविंदा की शर्ट और राजकुमार का रुमाल
गोविंदा और राजकुमार एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। चीची (गोविंदा) उस दिन झकाझक शर्ट पहनकर आए थे- चमकदार, रंगीन, बिल्कुल 90s वाली वाइब।
राजकुमार साहब ने बड़ी शांति से कहा- “गोविंदा, तुम्हारी शर्ट बहुत शानदार है।”
अब गोविंदा तो झूम उठे, बोले- “सर, आपको पसंद है तो रख लीजिए।”
राजकुमार ने बात पल भर में मान ली, शर्ट रख ली।
गोविंदा खुश थे कि अब राजकुमार उनकी शर्ट पहनेंगे।
दो दिन बाद देखा, वही शर्ट रुमाल बनकर राजकुमार की जेब में थी!
गोविंदा के चेहरे का एक्सप्रेशन सोचिए- “सर, ये क्या किया आपने?” पर राजकुमार तो बस मुस्कुरा दिए — स्टाइल में, बिना पछतावे के।
किस्सा नंबर 2: बप्पी लाहिरी और मंगलसूत्र वाला कॉमेंट
एक पार्टी में सोने से लदे बप्पी लाहिरी जब राजकुमार के सामने पहुंचे तो राजकुमार ने ऊपर से नीचे तक निहारा।
बप्पी पूरे चकाचक गहनों से लदे थे- चेन, रिंग, ब्रेसलेट, सबकुछ।
राजकुमार ने गंभीर चेहरा बनाकर कहा- “वाह बप्पी! एक से एक गहने पहने हैं... बस मंगलसूत्र की कमी रह गई है।”
पूरा हॉल ठहाकों से गूंज गया, और बप्पी दा बस मुस्कुराते रह गए, शायद सोचते हुए, "राजकुमार से कोई जीत सकता है क्या?"
किस्सा नंबर 3: जब जीनत अमान भी रह गईं डायलॉगलेस
जीनत अमान उस वक्त इंडस्ट्री की क्वीन थीं। दम मारो दम गाना सुपरहिट हो चुका था, और निर्माता उनके पीछे लाइन लगाकर खड़े थे।
एक पार्टी में जब जीनत अमान की मुलाकात राजकुमार से हुई, तो उन्होंने सोचा कि कोई तारीफ सुनने को मिलेगी- “आप तो बड़ी खूबसूरत हैं” या कुछ ऐसा।
राजकुमार ने देखा, ठहरकर कहा- “तुम इतनी सुंदर हो... फिल्मों में कोशिश क्यों नहीं करती?”
जीनत के चेहरे की मुस्कान वहीं रुक गई। बाकी लोग हंसी रोकने की कोशिश करते रहे।
राजकुमार साहब का अंदाज़ ही ऐसा था- तारीफ भी करते थे तो दिल में चुभ जाती थी।
राजकुमार: आख़िरी बादशाह, जो बोलते थे तो बॉलीवुड चुप हो जाता था
राजकुमार सिर्फ़ अभिनेता नहीं, एक एटिट्यूड थे। उनकी बातों में चुभन थी, लेकिन सच्चाई भी। वो स्टार्स के स्टार थे, जो अपनी शर्तों पर जीते थे, और अपनी ही डिक्शनरी में बोलते थे।
आज भी जब उनके ये किस्से सुनाए जाते हैं, लोग मुस्कुरा उठते हैं — “वो जमाना ही अलग था।”