अपने गाए गीत की इन पंक्तियो को जीवन का फलसफा मानने वाले किशोर कुमार ने पार्श्व गायिका लता मंगेशकर के साथ कई सुपरहिट गीत गाए हैं। इसके बावजूद बहुत कम लोगों को पता है कि अपने करियर के आरंभ में ही उनकी सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से अनबन हो गई थी और वह भी अनजाने में।
लता मंगेशकर ने इस घटना का जिक्र एक बार कुछ इस प्रकार किया था बांबे टॉकीज की फिल्म जिद्दी के गाने की रिकॉडिंग के लिए जब वे एक लोकल ट्रेन से सफर कर रही थी तो उन्होंने पाया कि एक शख्स भी उसी ट्रेन मे सफर कर रहा है। बाद में स्टूडियो जाने के लिए जब उन्होंने तांगा लिया तो देखा कि वह शख्स भी तांगा लेकर उसी ओर आ रहा है।
लता ने कहा जब वह बांबे टॉकीज पहुंची तो उन्होंने देखा कि वह शख्स भी बांबे टॉकीज पहुंचा हुआ है। वे डर गईं कि उनका कोई पीछा कर रहा है इसको लेकर दोनों की अनबन हो गई। बाद में उन्हें पता चला कि वह शख्स किशोर कुमार हैं।
इसे महज संयोग ही कहा जाए कि बतौर पार्श्व गायक किशोर कुमार ने इसी फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। दिलचस्प बात है कि इस फिल्म मे उन्हे देवानंद के लिए गाने का मौका मिला और बाद में वह देवानंद की आवाज कहलाए।