नई दिल्ली। मोदी सरकार देश में ग्रामीण विकास पर जोर देते हुए गरीबी को दूर करने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के मौके पर 1 करोड़ परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाएगी और मनरेगा के बजट में रिकॉर्ड वृद्धि कर उनके जीवनस्तर में सुधार करेगी।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को लोकसभा में वर्ष 2017-18 के बजट को पेश करते हुए बताया कि इस वर्ष मनरेगा का बजट बढ़ाकर 48,000 करोड़ रुपए किया जा रहा है, जो अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है।
पिछले वर्ष मनरेगा का बजट 38,500 करोड़ रुपए था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पड़ रही है। इस मौके पर सरकार 1 करोड़ परिवारों को गरीबी से निजात दिलाने 50,000 ग्राम पंचायतों को गरीबी मुक्त करेगी और यह अंत्योदय कार्यक्रम के तहत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वार्षिक वृद्धि एवं प्रत्येक वंचित परिवार के लिए स्थायी रूप से आजीविका हेतु केंद्रित सूक्ष्म योजना के लिए मौजूद संसाधनों का अधिक कारगर तरीके से उपयोग किया जाएगा।
जेटली ने कहा कि वर्ष 2016-17 में मनरेगा के 38,500 करोड़ रुपए के बजटीय प्रावधान को वर्ष 2017-18 में लगभग 10 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि की जाएगी, जो इस योजना के लिए अब तक की सबसे बड़ी धनराशि है तथा किसानों की आय को दोगुना करने के लिए इस साल मार्च तक करीब 10 लाख तालाबों का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है जबकि पिछले वर्ष 5 लाख तालाबों का निर्माण किया गया था। (भाषा)