ग्रेटर नोएडा। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार बनने की क्षमता है और इसमें छोटी कारों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के प्रतिनिधि निदेशक और अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने बुधवार को यह बात कही।
यहां आयोजित वाहन प्रदर्शनी 2023 से उन्होंने कहा कि कार्बन निरपेक्षता के लिए भारत के सवाल पर सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन ही समाधान नहीं हैं और कंपनी फ्लेक्स ईंधन, हाइब्रिड और सीएनजी आदि प्रौद्योगिकियों में संभावनाएं तलाशेगी।
सुजुकी ने कहा कि जहां वाहन क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी मुद्दे महत्वपूर्ण हो गए हैं, वहीं यातायात के मूल नियमों का सख्ती से पालन करने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले पर्याप्त ढांचे को विकसित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, मैं देख सकता हूं कि ऐसा समय आ सकता है जब भारत दुनिया में वाहन बाजार के क्षेत्र में सबसे ऊपर आ जाएगा। मारुति सुजुकी और सुजुकी समूह के तौर पर हम इस अवसर को भुनाना चाहेंगे।
हालांकि उन्होंने भारत के शीर्ष पर पहुंचने का का संभावित समय नहीं बताया। उन्होंने कहा, मैं जब कहता हूं कि भारत शीर्ष पर आ सकता है, तो यह उस दृष्टिकोण से है कि भारत में शीर्ष पर आने की क्षमता है और मैं ऐसी संभावना देखता हूं कि भारत सबसे आगे पहुंच सकता है।
भारत 2022 में जापान को पछाड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया। पहले स्थान पर चीन जबकि दूसरे पर अमेरिका है।
पिछले दो साल में बिक्री में गिरावट देखने वाली छोटी कारों के भविष्य पर सुजुकी ने कहा, मुझे लगता है कि भारत में अब भी छोटी कारें महत्वपूर्ण श्रेणी में हैं। भारत की कुल जनसंख्या की तुलना में यहां छोटी कारों की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि इन कारों की भविष्य में अच्छी संभावनाएं हैं। फोटो सौजन्य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour (भाषा)