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क्या है माइक्रो-रिटायरमेंट, क्यों बन रहा है जेन Z की नई पसंद

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हमें फॉलो करें क्या है माइक्रो-रिटायरमेंट, क्यों बन रहा है जेन Z की नई पसंद

WD Feature Desk

, गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025 (17:52 IST)
What is micro retirement: आजकल आपने 'माइक्रो-रिटायरमेंट' शब्द जरूर सुना होगा। यह एक नया ट्रेंड है जो खासकर जेन-जेड पीढ़ी के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह शब्द सुनकर शायद आपको लगेगा कि यह रिटायरमेंट का ही एक छोटा सा रूप है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आइए जानते हैं कि माइक्रो-रिटायरमेंट क्या है और क्यों यह इतना लोकप्रिय हो रहा है।

माइक्रो-रिटायरमेंट क्या है?
माइक्रो-रिटायरमेंट का मतलब है कि कोई व्यक्ति अपने करियर से कुछ समय के लिए ब्रेक ले ले। यह ब्रेक कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों तक का हो सकता है। इस दौरान व्यक्ति अपनी पसंद की चीजें कर सकता है, जैसे कि यात्रा करना, नई स्किल्स सीखना, या फिर बस आराम करना।

माइक्रो-रिटायरमेंट क्यों लोकप्रिय हो रहा है?
  • जीवन शैली में बदलाव: आज के समय में लोग काम के प्रति अधिक जागरूक हैं और वे चाहते हैं कि उनके पास काम के साथ-साथ अपने लिए भी समय हो।
  • बर्नआउट: लगातार काम करने से लोग बर्नआउट का शिकार हो जाते हैं। माइक्रो-रिटायरमेंट इस समस्या का एक समाधान हो सकता है।
  • अन्य अनुभव: लोग नए अनुभव लेना चाहते हैं और अपनी जिंदगी को रोमांचक बनाना चाहते हैं।
  • स्वास्थ्य: माइक्रो-रिटायरमेंट से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
 
माइक्रो-रिटायरमेंट के फायदे
  • तनाव कम होता है: माइक्रो-रिटायरमेंट से तनाव कम होता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • नई चीजें सीखने का मौका: इस दौरान आप अपनी पसंद की चीजें सीख सकते हैं जैसे कि नई भाषा, कोई नया हुनर या कोई नया शौक।
  • रिश्तों को मजबूत बनाता है: माइक्रो-रिटायरमेंट के दौरान आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ अधिक समय बिता सकते हैं।
  • नई नौकरी खोजने का मौका: अगर आप अपनी नौकरी से खुश नहीं हैं तो माइक्रो-रिटायरमेंट के दौरान आप नई नौकरी खोज सकते हैं।
 
माइक्रो-रिटायरमेंट के लिए कैसे योजना बनाएं?
  • बजट बनाएं: माइक्रो-रिटायरमेंट के लिए आपको पहले से ही बजट बना लेना चाहिए।
  • लक्ष्य निर्धारित करें: आपको यह तय करना होगा कि आप इस दौरान क्या करना चाहते हैं।
  • अपने एम्प्लोयर से बात करें: अगर आप नौकरी करते हैं तो माइक्रो-रिटायरमेंट के बारे में अपने एम्प्लोयर से बात करें।
 
माइक्रो-रिटायरमेंट के चुनौतियां
  • आर्थिक चुनौतियां: माइक्रो-रिटायरमेंट के लिए कुछ पैसे की जरूरत होती है।
  • नौकरी खोने का डर: कुछ लोगों को डर होता है कि अगर वे माइक्रो-रिटायरमेंट लेते हैं तो उन्हें अपनी नौकरी खोनी पड़ सकती है।
  • समय का प्रबंधन: माइक्रो-रिटायरमेंट के दौरान समय का प्रबंधन करना बहुत जरूरी होता है।
 

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