मामल्लापुरम: 44वें शतरंज ओलंपियाड में जहां बोर्ड पर दिमाग की जंग चल रही है, वहीं विदेश से आये खिलाड़ी स्थानीय व्यंजनों का चटकारे लगाकर लुत्फ उठा रहे हैं।
शतरंज में महारत हासिल करने के लिये ई-लर्निंग मंच चेसेबल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गीर्ट वान डर वेल्डे के अनुसार वह भारत में पहली बार आये हैं और केले के पत्ते पर स्थानीय पकवान खाना उनके लिये आनंददायी अनुभवी रहा।
उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि मैं भारतीय व्यंजन को पहली बार खा रहा हूं लेकिन मैं इसका पहले ही मुरीद हूं। जब से मैंने भारतीय खाने का स्वाद चखा है, तब से मुझे बहुत पसंद आया है। लेकिन मैं पहली बार भारत आया हूं और मैंने कभी भी भारत में बनाये गये खाने का स्वाद नहीं चखा था।
वान डर वेल्डे ने पीटीआई से कहा, मेरे लिये नयी चीज हाथ से (अंगुलियों से) खाना खाना थी। मुझे इस बारे में नहीं पता था कि भारत में खाना खाने का यह पारंपरिक तरीका है। मैं इथियोपिया के रेस्त्रां में इस तरह खाना खाया था, जहां यह रिवाज है। लेकिन मैं केले की पत्ती पर कभी भी भारतीय व्यंजन नहीं खाये और यह काफी मजेदार अनुभव रहा।
उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट पर लिखा, भारतीय खाना इतना स्वादिष्ट लगा कि मैं वापस गया और पूरी टीम को खाने के लिये ले गया।
उनकी यह ट्वीट वायरल हो गयी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस शेयर करते हुए लिखा, भारत की पाक कला में विविधता पौराणिक है। आपको हर मौके के लिये एक खास व्यंजन मिलेगा। खुशी हुई कि आप चेन्नई का आनंद ले रहे हो और शहर में घूम रहे हो।
वान डर वेल्डे हैरान हो गये कि प्रधानमंत्री ने उनकी ट्वीट का जवाब दिया है, उन्होंने कहा, निश्चित रूप से मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेरी महाबलीपुरम में अदयार आनंद भवन में अपने साथियों के साथ खाने के साथ फोटो शेयर करने से हैरान हो गया।
विदेशों के खिलाड़ी भी यहां मेहमाननवाजी और खाने से घर जैसा महसूस कर रहे हैं। ओलंपियाड में आये विदेशी खिलाड़ियों में डोसा सबसे ज्यादा हिट हो गया है।कुछ खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया में पोस्ट में यहां के खाने के बारे में शेयर किया है जो उन्हें काफी पसंद आये।
जर्सी के तौलाह रोबर्टस ने ट्विटर पर पोस्ट किया, डोसा बहुत स्वादिष्ट है। अन्य ने भी उनका समर्थन किया।जार्जिया की महिला टीम की कप्तान डेविड जौजा ने कहा, यहां का खाना अच्छा है। (भाषा)