बाइबिल ईसाई धर्म का धर्मग्रंथ है। ईसाई धर्म की यह पुस्तक जिसे 'बाइबल' भी कहा जाता है। इसके विचार हर मनुष्य को पढ़ना चाहिए, क्योंकि यह विचार हमें मानवता, प्रेम, उम्मीद, आशा, भाईचारे का संदेश देते हैं। इतना ही नहीं यह हमें कष्टों, दुखों से न घबराने की भी सीख देते है। आइए जानते हैं बाइबिल के विशेष संदेश-
पढ़ें पवित्र बाइबिल का संदेश :
1. भलाई में लगे रहना चाहिए।
2. बुराई को अपने ऊपर हावी मत होने दो।
3. जो कोई दया करे, वह हंसी-खुशी के साथ दया करें।
4. प्रेम में कोई कष्ट नहीं होना चाहिए।
5. बुराई से घृणा करनी चाहिए।
6. भलाई से बुराई को जीतो।
7. एक-दूसरे के साथ भाईचारे का प्रेम करना चाहिए।
8. तुम्हारा शत्रु भूखा हो, तो उसे खाना खिलाओ।
9. प्रयत्न करने में आलस नहीं करना चाहिए।
10. आशा में प्रसन्न रहो। दुःख में स्थिर रहो।
11. सज्जनों की सहायता करो। अतिथियों की सेवा करो।
12. सताने वालों को आशीर्वाद दो।
13. घर-घर प्रेम और भाईचारे का संदेश फैलाना चाहिए।
14. बुराई के बदले बुराई न करो।
15. भले काम करो। सबसे मेल रखो।
16. एक-दूसरे का आदर करने में होड़ करनी चाहिए।
17. किसी से बदला मत लो।
18. प्यासा हो, तो पानी पिलाओ।
19. जो कोई दान दे, वह सिधाई के सात दान दें।
20. हंसने वालों के साथ हंसो। रोने वालों के साथ रोओ।