राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन एकल मुकाबले में लक्ष्य सेन ने पहला सेट हारने के बावजूद मलेशिया के एनजी ट्ज़े योंग को 19-21, 21-9 और 21- 16 से हराया। गौरतलब है कि श्रीकांत को 2-1 से हराकर ही यॉंग ने फाइनल में जगह बनाई थी। इस तर लक्ष्य ने श्रीकांत की हार का बदल ले लिया। बैडमिंटन के पोडियम पर 2 भारतीय होंगे गोल्ड में लक्ष्य और कांस्य में श्रीकांत, यॉंग को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
दो युवा खिलाड़ियों के बीच हुए पुरुष एकल फाइनल में दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मलेशिया के दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी एनजी टीजे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करते हुए स्वर्ण पदक जीता। बाइस साल के योंग के खिलाफ 20 साल के लक्ष्य की यह लगातार तीसरी जीत है।
पुरुष एकल में लक्ष्य ने शानदार शुरुआत करते हुए लगातार चार अंक के साथ 5-2 की बढ़त बनाई लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 7-7 से बराबर कर दिया।
लक्ष्य को मलेशियाई खिलाड़ी की तेजी से सामंजस्य बैठाने में परेशानी हो रही थी। योंग ने लक्ष्य को कोर्ट में खूब दौड़ाया जबकि भारतीय खिलाड़ी ने कुछ सहज गलतियां भी की। लक्ष्य ने सर्विस फाउल किया और फिर बाहर शॉट मारकर योंग को ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाने का मौका दिया।
योंग ने रैली में दबदबा बनाया लेकिन लक्ष्य ने वापसी करते हुए स्कोर 15-16 कर दिया। लक्ष्य ने इसके बाद एक शॉट बाहर मारा और एक नेट पर उलझाया जिससे योंग 18-15 से आगे हो गए। लक्ष्य ने इसके बाद लगातार चार अंक जुटाकर 19-18 की बढ़त बनाई।
योंग ने 19-19 के स्कोर पर क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ गेम प्वाइंट हासिल किया। फिर लक्ष्य ने शटल को बाहर जाता समझकर छोड़ दिया लेकिन यह कोर्ट के अंदर गिरी और मलेशिया के खिलाड़ी ने पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में भी योंग ने अपनी तेजी और लय बरकरार रखी। उन्होंने लक्ष्य की गलतियों का फायदा उठाकर 6-4 की बढ़त बनाई। लक्ष्य बार-बार वापसी करते लेकिन फिर नेट पर या बाहर शॉट मारकर योंग को बढ़त बनाने का मौका दे देते। लक्ष्य ने 6-8 के स्कोर पर लगातार चार अंक के साथ 10-8 की बढ़त बनाई और ब्रेक तक 11-9 से आगे थे।
लक्ष्य ने नेट पर बेहतर खेल दिखाया और कुछ अच्छे स्मैश लगाते हुए लगातार 11 अंक के साथ दूसरा गेम 21-9 से जीतकर स्कोर 1-1 कर दिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में पहले दो अंक योंग की झोली में गए लेकिन लक्ष्य ने अगले सात में से छह अंक जीतकर 6-3 की बढ़त बना ली। योंग दूसरे गेम में ब्रेक के बाद थके हुए नजर आए। लक्ष्य ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए अंक जुटाए और ब्रेक तक 11-7 से आगे थे।
योंग ने लगातार दो शॉट नेट पर और एक शॉट बाहर मारा जिससे लक्ष्य 15-9 से आगे हो गए। योंग ने स्कोर 12-15 किया लेकिन लक्ष्य ने फिर 18-13 की बढ़त बना ली। लक्ष्य ने योंग के बाहर शॉट मारने पर चार चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किए और फिर क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ खिताब जीत लिया।इससे पहले लक्ष्य एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा वह थॉमस कप 2022 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी थे।